हॉटलाइन
हॉटलाइन एक तरह की विशेष दूरभाष सुविधा है जिसमें एक व्यक्ति (दूरभाष) से दूसरे व्यक्ति (दूरभाष) को सुरक्षित तरीके से जोड़ा जाता है। इस प्रणाली में रिसीवर उठाते ही सम्बंधित व्यक्ति से ही संपर्क हो जाता है। इसमें डायल नहीं करना पड़ता है। यह संचार सेवा की सबसे सुरक्षित प्रणाली मानी जाती है। इसमें एक दूरभाष से पहले से निर्धारित दूसरे दूरभाष से ही सम्पर्क होता है और संपर्क कहीं और नहीं जुड़ता।[1]
संकट और सेवा के लिए
संचार सेवा की इस विधा में संकट के समय पूर्व निर्धारित व्यक्ति से २४ घंटे किसी भी समय बिना किसी बाधा के बात की जा सकती है।
विश्व की प्रमुख हॉटलाइन
संयुक्त राज्य अमेरिका -रूस
मास्को और वाशिंगटन के मध्य विश्व की सबसे प्रसिद्ध हॉटलाइन सेवा है। इसे रेड टेलेफोन भी कहते हैं। यह हॉटलाइन सेवा जून २० ,१९६३ को प्रारम्भ हुयी थी।
संयुक्त राज्य अमेरिका -यूनिटेड किंगडम
द्वितीय विश्व युद्ध के मध्य १९४३ और १९४६ के समय स्थापित यह सेवा सबसे सुरक्षित थी
रूस -चीन
मास्को और बीजिंग के मध्य १९६९ में यह सेवा प्रारम्भ हुई। लेकिन चीन ने कालांतर में इस सेवा से अपने अलग कर लिया। वर्ष १९९६ में में पुनः दोनों देशों के मध्य हॉटलाइन सेवा प्रारम्भ हो गयी। [2]
रूस -फ्रांस
वर्ष १९६६ में फ़्रांस के राष्ट्रपति रूस गए तो वहां पर उन्होंने दोनों देशों के मध्य हॉटलाइन सेवा चालू करने का निश्चय किया और पेरिस और मास्को के मध्य हॉटलाइन सेवा प्रारम्भ होगयी
रूस -यूनाइटेड किंगडम
लंदन और मास्को के बीच हॉटलाइन सेवा १९९२ में प्रारम्भ हुयी और २०११ में अपग्रेड हुयी।
भारत -पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के मध्य न्यूक्लियर युद्ध की ग़लतफ़हमी को दूर करने के लिए जून 20,2004 को संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना के अधिकारीयों की मदद से इस्लामाबाद और नई दिल्ली के मध्य हॉटलाइन सेवा प्राम्भ हुयी[3]
संयुक्त राज्य अमेरिका -चीन
वर्ष २००८ में सुरक्षा हॉटलाइन प्रारम्भ की गयी
चीन -भारत
अगस्त २०१५ में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के स्तर पर हॉटलाइन सेवा चालू करने की सहमति बनी परन्तु अभी कार्यरत नहीं हो सकी। [4]
चीन -जापान
फरवरी २०१३ में चीन और जापान के हॉटलाइन सेवा पर सहमति हुयी। लेकिन आज तक चालू नहीं है। [5]
नार्थ कोरिया -साउथ कोरिया
सिओल और प्योंगयांग के मध्य रेड क्रॉस द्वारा संचालित हॉटलाइन सेवा १८ अगस्त १९७२ को प्रारम्भ हुयी। उत्तरी कोरिया ने मार्च ११,२०१३ को हॉटलाइन सेवा बंद कर दी।
सयुंक्त राज्य अमेरिका -भारत
२१ अगस्त २०१५ को वाशिंगटन और नई दिल्ली के बीच हॉटलाइन सेवा प्रारम्भ हुयी। [6],[7]
सन्दर्भ
- ↑ "मोदी-ओबामा हॉटलाइन हुई चालू". लाइव हिंदुस्तान. २१ अगस्त २०१५. मूल से 24 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २४ अगस्त २०१५.
- ↑ "संग्रहीत प्रति" (PDF). मूल (PDF) से 31 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2015.
- ↑ The Independent—Monday, June 21, 2004--"India and Pakistan to Have Nuclear Hotline":
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2015.
- ↑ Japan suggests hotline to Beijing over island spat
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 24 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2015.
- ↑ PTI "Modi-Obama hotline becomes operational"