हिन्दु मुन्नणि
हिन्दु मुन्नणि (तमिल : इन्तु मुऩ्ऩणि) भारत के तमिलनाडु में सक्रिय एक धार्मिक और सामाजिक संगठन है जिसकी स्थापना हिन्दू धर्म एवं उससे सम्बन्धित स्मारकों की रक्षा के उद्देश्य से की गयी थी। इसकी स्थापना १९८० में रामगोपालन द्वारा की गयी थी। हिन्दुत्व, भारतीय राष्ट्रीयता, और एकात्म मानववाद इसके प्रमुख वैचारिक तत्त्व हैं।
उद्देश्य
हिन्दु मुन्नणि के जालस्थल पर उनके निम्नलिखित उद्देश्य वर्णित हैं-
- हिन्दू मन्दिरों का नियंत्रण राज्य सरकार के बजाय सार्वजनिक संस्था से कराना,
- भारत में समान नागरिक संहिता लागू कराने के लिए संघर्ष करना,
- पूरे भारत में अनिवार्य परिवार नियोजन लागू करवाने के लिए प्रयत्न करना,
- पूरे भारत में धर्म-परिवर्तन बन्द कराने वाला कानून लागू कराने के लिए संघर्ष करना,
- गौहत्या पर प्रतिबन्ध ,
- अयोध्या, काशी और मथुरा के पवित्र हिन्दू धर्मस्थलों को मुक्त कराना,
- जम्मू और कश्मीर से धारा ३७० हटवाने के लिए प्रयत्न करना,
- हिन्दुओं के अधिकारों और हितों की रक्षा करना
कार्यकर्ताओं की हत्या
हिन्दु मुन्नणि के अनेक कार्यकर्ताओं की अन्य धार्मिक/राजनैतिक समूहों द्वारा हत्या की गयी है। उनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं-
- (१) तिरुकोविलुर सुन्दरम् -- १९८१ में कोयंबटूर में इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हत्या
- (२) एस वेल्लैअप्पन -- २०१३ में वेल्लोर में हत्या
- (३) के पी एस सुरेश कुमार -- ये तिरुवल्लूर के हिन्दू मुन्नणि के अध्यक्ष थे । २०१४ में इन्की हत्या अल-उम्मा नामक मुस्लिम आतंकवादी संगठन द्वारा की गयी।
- (४) जीवराज -- वे तिरुनेलवेलि के हिन्दु मुन्नणि के नगर सचिव थे। २०१४ में इनकी हत्या कर दी गयी।
- (५) सी शशिकुमार -- कोयम्बटूर में हत्या