हरि जोशी
हरि जोशी (हरदा जिले, मध्य प्रदेश, 17 नवंबर 1943 को खुडिया का जन्म) एक हिंदी लेखक, व्यंग्यकार, उपन्यासकार और कवि हैं । [1][2][3][4]
वे आधुनिक हिंदी साहित्य के एक प्रसिद्ध लेखक हैं और अपने तीखे व्यंग्य के लिए जाने जाते हैं।[5] 13 फरवरी 2013 को, उन्होंने प्रतिष्ठित "वैंग्य श्री सम्मान" प्राप्त किया। [6] १३ फरवरी २०१३ को, उन्हें प्रतिष्ठित "वैंग्य श्री सम्मान" मिला। वह 1995 में अपनी पुस्तक "वैंग्या के रंग" के लिए "वाजेश्वरी सम्मान" और 2002 में "मध्य प्रदेश लेख संघ सम्मान" और 2013 में "साहित्य मनीषी सम्मान" के प्राप्तकर्ता भी हैं।
प्रारंभिक जीवन
एक दूरदराज के गाँव, खुड़िया में जन्मे हरि जोशी दस भाई-बहनों के साथ बड़े हुए, जिनमें पोस्ट ऑफिस, पुलिस स्टेशन, मेडिकल क्लिनिक आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। 1949 में, प्राथमिक शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए हरि जोशी हरदा चले गए। 1954 में पांचवीं कक्षा पूरी करने के बाद, वह आगे की शिक्षा के लिए भोपाल चले गए और बाद में इंजीनियरिंग में अपना कैरियर बनाया। उन्होंने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) से रेफ्रिजरेशन में पीएचडी पूरी की। वे 2004 में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन (म.प्र।) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए। तब से वे भोपाल में रहते हैं।
साहित्यिक कार्य
1954 में उन्होंने हिंदी में अपनी पहली कविता लिखी। 1958 में, उनका लेख "फूल और शूल" भोपाल में इंटर कॉलेज पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। उनकी रचनाएँ बाद में प्रमुख हिंदी राष्ट्रीय पत्रिकाओं जैसे "धर्मयुग", "सप्तक हिन्दुस्तान", "कादम्बिनी", "नवनीत" और कई अन्य प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हुईं। उन्होंने कई प्रमुख भारतीय राष्ट्रीय दैनिकों जैसे "नवभारत टाइम्स", "दैनिक भास्कर", "नया दूनिया" में भी योगदान दिया। उन्होंने लगभग 20 किताबें लिखी हैं।
साहित्यिक कार्य और सरकारी सेंसरशिप
1982 में, डॉ. हरि जोशी को 17 सितंबर 1982 को राष्ट्रीय दैनिक दैनिक भास्कर के प्रमुख राष्ट्रीय समाचार पत्र “आह और वाह” में एक व्यंग्यपूर्ण लेख रिहर्सल जय हो ”लिखने के लिए सरकारी रोजगार से निलंबित कर दिया गया था। डॉ. जोशी के समर्थन में पत्रकार सामने आए। टाइम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस, धर्मयुग, दिनमान, रविवर जैसे प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में दैनिक भास्कर ने डॉ. जोशी के अधिकारों का समर्थन करते हुए बोलने की स्वतंत्रता के पक्ष में लेख लिखे और उनके द्वारा उठाए गए असंवैधानिक कदम की निंदा की राज्य सरकार। 4 अक्टूबर 1982 को, तत्कालीन राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सुंदरलाल पटवा ने सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में इस भयावह मुद्दे को उठाया। कुछ महीने बाद हरि जोशी को सरकारी नौकरी में बहाल कर दिया गया।
1997 में, मध्य प्रदेश के हाउसिंग बोर्ड ने 17 जून 1997 को राष्ट्रीय नवभारत टाइम्स के खंड “कांटे की बात” में प्रकाशित अपने व्यंग्य लेख “ईशान और हाउसिंग बोर्ड का मक़ान” के लिए मानहानि का कानूनी नोटिस दिया। बाद में नोटिस वापस ले लिया गया।
ग्रन्थसूची
Title | Year Published | Publisher |
---|---|---|
Collection of Poems | ||
Pankhurian (पंखुरियां) | 1969 | Prarthana Prakashan Mandir Allahabad |
Yantra Yug (यंत्रयुग) | 1975 | Rashtriya Prakashan Mandir Bhopal |
Hari Joshi-67 (हरि जोशी -67) | 2011 | Pahle Pahal Prakashan Bhopal |
Books of Satire | ||
Akhadon ka Desh (अखाड़ों का देश) | 1980 | Rashtriya Prakashan Mandir Bhopal |
Reherasal Jaree Hai (रिहर्सल जारी है) | 1984 | Rajesh Prakashan Delhi |
Vyangya ke rang (व्यंग्य के रंग) | 1992 | Sanmarg Prakashan Delhi |
Bhed Kee Niyati (भेड़ की नियति) | 1993 | Anubhav Prakashan Delhi |
Asha hai Saanand hain (आशा है,सानंद हैं) | 1995 | Abhiruchi Prakashan Delhi |
Paise ko kaise Ludhka len (पैसे को कैसे लुढ़का लें) | 1997 | Sanmarg Prakashan Delhi |
Saree batein kante kee (सारी बातें कांटे की) | 2000 | Abhiruchi Prakashan Delhi |
Aadmi Athanni Reh Gaya (आदमी अठन्नी रह गया) | 2000 | Shilalekh Prakashan Delhi |
Meri Iqyawan Vyangya Rachnayein (मेरी इक्यावन व्यंग्य रचनाएं) | 2004 | AbhiruchiPrakashan Delhi |
My Sweet Seventeen[7] | 2006 | Outskirts Press Publication Colorado (US) |
Kisse Raeson-Nawabon ke (किस्से रईसों के) | 2006 | Shilalekh Prakashan Delhi |
Iqyawan Shreshtha Vyangya Rachnayen (इक्यावन श्रेष्ठ व्यंग्य रचनाएं)[8] | 2009 | Diamond Publication Delhi |
Neta Nirman Udyog (नेता निर्माण उद्योग)[9] | 2011 | Satsahitya Prakashan Delhi |
America Aisa Bhee Hai (अमेरिका ऐसा भी है) | 2015 | Shilalekh Prakashan Delhi |
Khatti Meethi Yaadein America ki (खट्टी मीठी यादें अमेरिका की) | 2019 | Aman Prakashan Kanpur |
Hamne Khaye Too Bhee Kha (हमने खाये तू भी खा ) | 2019 | Shilalekh Prakashan Delhi |
Novels | ||
Pagdandiyan (पगडंडियां) | 1993 | Samantar Prakashan Delhi |
Mahaguru (महागुरू) | 1995 | Satsahitya Prakashan Delhi |
Wardee (वर्दी) | 1998 | Abhiruchi Prakashan Delhi |
Topi Times (टोपी टाइम्स) | 2000 | Shilalekh Prakashan Delhi |
Takneekee Shiksha ke Mall (तकनीकी शिक्षा के म़ॉल) | 2013 | Prabhat Prakashan Delhi |
Ghuspaithiye (घुसपैठिये) | 2015 | Rajpal & Sons Delhi |
Daadi Desi Pota Bidesi (दादी देसी पोता बिदेसी) | 2017 | Dilli Pustak Sadan Delhi |
Vyangya Ke Tridev (व्यंग्य के त्रिदेव) | 2017 | Shilalekh Prakashan Delhi |
Panhaiyanartan (पन्हैयानर्तन) | 2018 | Aman Prakashan Kanpur |
Bharat Ka Raag - America Ke Rang (भारत का राग - अमेरिका के रंग) | 2018 | Prabhat Prakashan Delhi |
Talaak Tadaak, Talaak Sadaak (तलाक तड़ाक, तलाक सड़ाक) | 2019 | Aman Prakashan Kanpur |
Naari Chingari (नारी चिंगारी) | 2019 | Aman Prakashan Kanpur |
सन्दर्भ
- ↑ "हरि जोशी". मूल से 25 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 नवंबर 2019.
- ↑ “व्यंग्य श्री सम्मान-2013” से नवाज़े जाएंगे ... [मृत कड़ियाँ] 7 February 2013 – नई दिल्ली (राजेश शर्मा)- 17 नवंबर 1943 को मध्य प्रदेश के हरदा जिले में जन्मे विख्यात व्यंग्यकार हरि जोशी साहित्य क्षेत्र में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। साहित्य क्षेत्र में दिए जाने वाले देश-विदेश के विभिन्न विख्यात ..."
- ↑ वर्ष 2013 का व्यंग्यश्री सम्मान (17वां) व्यंग्यकार Archived 2019-11-08 at the वेबैक मशीन 15 February 2013 – हरि जोशी का जन्म मध्य प्रदेश के हरदा जिले में17 नवंबर 1943 को हुआ था. वर्ष 2012 व्यंग्यश्री सम्मान व्यंग्यकार डॉ. हरीश नवल को दिया गया. इस सम्मान की शुरूआत वर्ष 1997 में की गई. यह सम्मान प्रतिवर्ष श्रेष्ठ व्यंग्य रचनाकार को दिया ..."
- ↑ Sahitya Kunj – डॉ. हरि जोशी – Dr. Hari Joshi[मृत कड़ियाँ] 8 November 2007 – हरि जोशी. जन्म : दिनांक 17 नवंबर 1943, ग्राम खूदिया, तहसील खिरकिया, जिला होशंगाबाद मध्यप्रदेश। शिक्षा : एम.टेक., पी.एच.डी (रेफ्रीजेरेशन). सम्प्रति : सेवानिवृत्त प्राध्यापक, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, ..."
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 14 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 नवंबर 2019.
- ↑ हरि जोशी को मिलेगा 2013 का व्यंग्यश्री [मृत कड़ियाँ] गोपालप्रसाद व्यास के जन्मदिन पर दिया जाने वाला 'व्यंग्यश्री सम्मान' इस वर्ष चर्चित व्यंग्यकार हरि जोशी को दिया जाएगा। लेखक, व्यंग्यकार हरि जोशी का जन्म 17 नवंबर 1943 को ग्राम खूदिया ( तहसील खिरकिया, जिला हरदा, म.प्र.) में हुआ। जोशी जी ...
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 नवंबर 2019.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 नवंबर 2019.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 नवंबर 2019.