हनुमान टोक
हनुमान टोक | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | हनुमान |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | गंगटोक से लगभग 11 किमी दूर |
ज़िला | उत्तर सिक्किम |
राज्य | सिक्किम |
देश | भारत |
सिक्किम में स्थान | |
भौगोलिक निर्देशांक | 27°20′52″N 88°37′43″E / 27.34778°N 88.62861°Eनिर्देशांक: 27°20′52″N 88°37′43″E / 27.34778°N 88.62861°E |
वास्तु विवरण | |
निर्माण पूर्ण | 1952 |
अवस्थिति ऊँचाई | 2,194.56 मी॰ (7,200 फीट) |
हनुमान टोक एक हिंदू मंदिर परिसर है जो भारतीय राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक की ऊपरी पहुंच में स्थित है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है, और भारतीय सेना न बनवाया है। इसकी स्थापना 1952 में हुई थी।[1]
दंतकथाएं
स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, जब हनुमान भगवान राम के भाई लक्ष्मण को बचाने के लिए जीवन रक्षक जड़ी-बूटी संजीवनी वाले धौलागिरी (पर्वत) के लिए उड़ान भर रहे थे, तो उन्होंने कुछ समय के लिए उस स्थान पर विश्राम किया जहां अब उनका मंदिर स्थित है।
सन्दर्भ
- ↑ Shankar, Kalyani (5 May 2011). "Sikkim's serene monasteries and stunning vistas". The Economic Times. अभिगमन तिथि 23 July 2020. Shrivastava, Alok K. (2002). Surajkund, the Sikkim Story. Information & Public Relations Department, Government of Sikkim. पृ॰ 31. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788188287017.
बाहरी कड़ियाँ
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