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सीरियाई गृहयुद्ध

सीरियाई गृहयुद्ध (अरबी: الْحَرْبُ الْأَهْلِيَّةُ السُّورِيَّةُ‎ लिप्यन्तरण: al-ḥarb al-ʾahlīyah as-sūrīyah) सीरिया में विभिन्न समूहों में चल रहे वर्तमान संकट को कहा जाता है। यह विरोध सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के नेतृत्व वाले सीरियाई अरब गणतंत्र (कुछ देशी और विदेशीय सहयोगियों के साथ) एवं विभिन्न स्थानीय एवं विदेशी ताकतों का है जो सीरियाई सरकार और आपस में (विभिन्न क्रमचयों के साथ) है।[1]

सीरिया में आशान्ति का दौर (वर्ष 2011 के अरब जगत के विस्तृत विद्रोह का एक भाग जो 15 मार्च 2011 को आरम्भ हुआ) सिरियाई सरकार और सशस्त्र बलों में विद्रोह से आरम्भ हुआ जिसमें असद को हटाने के लिए हिंसक विद्रोह बड़े स्तर पर फैल गया।[2][3][4]

वर्तमान में विभिन्न गुटों के मध्य युद्ध चल रहा है जिसमें सीरिया की सशस्त्र सेना तथा इसके स्थानीय एवं विदेशी सहयोगी, बाग़ी सुन्नी विपक्ष (जैसा मुक्त सीरियाई सेना) के कुछ हल्के गटबंधन, सलाफ़ी जिहादी समूह (अल-नुसरा फ्रॅण्ट और तहरीर अल-शाम सहित), मिश्रित कुर्दिश-अरब सीरियाई गणतांत्रिक बल (एसडीएफ़) और इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक़ लेवेंट (आईएसआईएल) शामिल हैं।

विदेशी ताकतों के रूप में ईरान, रूस, तुर्की और संयुक्त राज्य अमेरिका या तो सीधे तौर पर विद्रोह में शामिल हैं या फिर किसी अन्य गुट को सहायता पहुँचा रहे हैं। ईरान, रूस और हिज़बुल्लाह सीरियाई अरब गणतंत्र एवं सीरिया के सशस्त्र बलों का समर्थन करने के साथ रूस सितम्बर 2015 से हवाई हमले और सैनिक कार्यवाही कर रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन की स्थापना वर्ष 2014 में हुई जिसमें उन्होंने अपना उद्देश्य आईएसआईएल को समाप्त करना घोषित किया, उन्होंने प्राथमिक स्तर पर आईएसआईएल सहित कुछ सरकार विरोधी और कुछ सरकार समर्थित समूहों पर हवाई हमले किये। उन्होंने आईएसआईएल को जमीनी स्तर पर नुकसान पहुँचाने के लिए विशेष सैन्य दल और तोपखाने भी स्थापित किये हैं। वर्ष 2015 से संयुक्त राज्य अमेरिका ने भौतिक, आर्थिक और तार्किक रूप से उत्तर और पूर्वी सीरिया के स्वायत्त प्रशासन और इसके सशस्त्र दल सीरियाई डेमोक्रेटिक फ़ोर्सेज (एसडीएफ़) का समर्थन कर रही है। वर्ष 2015 से विभिन्न समयों पर तुर्की ने एसडीएफ़, आईएसआईएल और सीरियाई सरकार के खिलाफ़ लड़ाई की है लेकिन सक्रिय रूप से सीरियाई के विपक्षियों का समर्थन करके उत्तरपश्चिमी सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा करने में सहयोग कर रहा है। वर्ष 2011 और 2017 के मध्य सीरियाई गृहयुद्ध लेबनान तक पहुँच गया जिसमें विपक्षी और सीरियाई सरकार लेबनान तक चले गये और लेबनान की जमीन पर एक दूसरे पर हमले करने लगे जिसमें आईएसआईएल और अल-नुसरा ने लेबनान की सेना को भी शामिल कर लिया। इसके अतिरिक्त आधिकारिक रूप से निष्पक्ष रहते हुये इज़राइल ने हिज़बुल्लाह और ईरानी सेना के विरुद्ध सीमा पर गोलीबारी कर चुका है जिनकी उपस्थिति दक्षिणपश्चिम सीरिया में है।[5][6]

अंतर्राष्ट्रीय संगठन सभी तरफ़ से इसमें शामिल होने के दोषी माने जाते हैं जिसमें बाथ सीरियाई सरकार, आईएसआईएल, विपक्षी बाग़ी समूह और रूस[7] तुर्की,[8] और संयुक्त राज्य अमेरिकी नेतृत्व वाला संगठन शामिल हैं[9] जिसमें व्यापक स्तर पर मानवाधिकारों का उल्लंघन और नरसंहार हुआ है।[10] इस संघर्ष के कारण बड़ा शरणार्थी संकट पैदा हो गया है। युद्ध के दौरान कई बार शान्ति की शुरुआत के प्रयास भी आरम्भ हुये हैं जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा मार्च 2017 में सीरिया के लिए जिनेवा शान्ति वार्ता शामिल है, लेकिन संघर्ष समाप्त जारी रहा।[11]

सन्दर्भ

  1. "Syria's civil war explained from the beginning" [सीरिया के गृहयुद्ध का शुरूआत से विश्लेषण] (अंग्रेज़ी में). अल जज़ीरा. मूल से 30 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  2. "Syria: The story of the conflict" [सीरिया: विद्रोह की कहानी]. बीबीसी न्यूज़ (अंग्रेज़ी में). 11 मार्च 2016. मूल से 22 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  3. "Syrian Troops Open Fire on Protestors in Several Cities" [सीरिया की सेना ने विभिन्न नगरों में विद्रोहियों पर गोली चलाई]. द न्यूयॉर्क टाइम्स (अंग्रेज़ी में). 25 मार्च 2011. मूल से 21 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  4. "Mid-East unrest: Syrian protests in Damascus and Aleppo" [मध्य-पूर्व की अशान्ति: दमिश्क और अलेप्पो में सीरिया का विरोध प्रदर्शन]. बीबीसी हिन्दी (अंग्रेज़ी में). 2011-03-15. मूल से 21 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  5. फ़्रांसीस, एल्लन (2017-07-09). "U.S.-Russian ceasefire deal holding in southwest Syria" [यूएस- दक्षिणपश्चिम सीरिया में रूस की युद्धविराम समझौता]. रॉयटर्स (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-08-29.
  6. एऍफपी. "Death toll in alleged Israeli strikes near Damascus up to 23 fighters — monitor". टाइम्स ऑफ़ इज़राइल (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-08-29.
  7. "Russia accused of war crimes in Syria at UN security council session". द गार्डियन. मूल से 1 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  8. "Damning evidence of war crimes by Turkish forces and allies in Syria". एमनेस्टी इंटरनेशनल. 18 अक्टूबर 2019.
  9. डेवन, एंजेला; मैकगेन, हिल्लेरी (5 जून 2018). "US-led strikes on Raqqa may amount to war crimes, Amnesty says". सीएनएन. मूल से 5 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  10. बर्नार्ड, एन्नी; हुब्बार्ड, बेन; फ़िशर, इयान (15 अप्रैल 2017). "As Atrocities Mount in Syria, Justice Seems Out of Reach". द न्यूयॉर्क टाइम्स. मूल से 17 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.
  11. लुंडग्रेन, मगनुस (2016). "Mediation in Syria: Initiatives, strategies, and obstacles, 2011–2016". कंटेम्प्रेरी सिक्योरिटी पोलीसी. 37 (2): 283–298. S2CID 156447200. डीओआइ:10.1080/13523260.2016.1192377. मूल से 2 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अगस्त 2021.