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सिसवाचक

प्रकृती के अभुतपुर्व हजारों अद्भुत रंगो से सुसज्जित ये गांव आज भी अपने प्राचीन विरासत के साथ-साथ बर्तमान को सहेजे अपनी मध्यम रफ्तार से दुनिया के साथ कदमताल कर रहा है।सिसवाचक' पटना शहर के निकट पुनपुन के पास एक गाँव है। यहाँ पर कई ऐतिहासिक मंदिर और इमारतें है। मंदिरों में चर्चित शिव मंदिर है जहाँ पर हर साल हजारों कि संख्या में देश -विदेश से पर्यटक आते हैं। अगर बात करें दार्शनिय स्थलों की तो सिसवाचक का महत्व यहा के बहुचर्चित स्थानों,परंपराओं से है जिसमें भारत की बर्तमान छवि देखी जा सकती है।अगर आपको एक जगह पर सारी दुनिया का आनंद लेना है तो ये गांव आपके लिये खाश है। आमतौर पर अगस्त-सितम्बर के महिने में आपको अंडमान-निकोबार के जैसा दृश्य देखने को मिलेगा तथा दिसम्बर-जनवरी आते-आते आप शिमला और मनाली का भी आनंद ले सकेंगे। वही वसंत का मौसम आपको मोहित कर देगा और आपको उन कवियो की कविताओ को दोबारा जीवंत कर देगा जो वसंत की श्रृंगार पर अपना पुरा स्याही खत्म कर डालते थें। वहीं नववर्ष(चैत्र) आते-आते आपको ग्रामिण परिवेश का शहरी काम्बिनेशन वाला होली देखने को मिलेगा और अप्रैल-मई के महिनें मे आपको "डानाकिल डिप्रेशन"तो नहीं मगर 30-45°C तक तापमान में सर्वाईवल नुस्खे और सीजनल क्रिकेटरों कि जुनून आपको देखने को मिलेगा।