सामग्री पर जाएँ

सिंधू गांव

यह लेख अनावश्यक रूप से उत्पात रोकने की दृष्टि से पूर्णतया सुरक्षित कर दिया गया है इसे Autoconfirmed User के अलावा अन्य कोई सम्पादित करने का प्रयास न करे अन्यथा विकीपीडिया पर उसे ब्लॉक किया जा सकता है। 16:58, रविवार सितंबर 15, 2024

यह एक बीकानेर [1]जिले के नोखा[2] तहसील का एक गांव है तथा यह गांव [3] पर स्थित हनुमानजी[4] के चमत्कारी मंदिर के करण तथा इसी के पास में स्थित गांव मोरखाना[5] जो की विश्व विख्यात माता सुसवानी के मंदिर[6] होने से यह स्थल प्रसिद्ध [7]हैं। जनगणना 2011 की जानकारी के अनुसार सिंधु गांव का स्थान कोड या गांव कोड 069601 है। सिंधु गांव भारत के राजस्थान में बीकानेर जिले की नोखा तहसील में स्थित है। यह उप-जिला मुख्यालय नोखा (तहसीलदार कार्यालय) से 25 किमी दूर और जिला मुख्यालय बीकानेर से 50 किमी दूर स्थित है। 2009 के आंकड़ों के अनुसार, मोरखाना सिंधु गांव की ग्राम पंचायत है।गाँव का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 2447 हेक्टेयर है। सिंधु की कुल आबादी 2,247 है, जिसमें से पुरुष आबादी 1,206 है जबकि महिला आबादी 1,041 है। सिंधु गाँव की साक्षरता दर 40.41% है, जिसमें से 49.83% पुरुष और 29.49% महिलाएँ साक्षर हैं। सिंधु गाँव में लगभग 339 घर हैं। सिंधु गाँव इलाके का पिनकोड 334801 है। सभी प्रमुख आर्थिक गतिविधियों के लिए बीकानेर सिंधु का निकटतम शहर है, जो लगभग 50 किमी दूर है।

सिंधू
Sindhu
सिंधू is located in राजस्थान
सिंधू
सिंधू
राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा तहसील में स्थिति
सूचना
प्रांतदेश:बीकानेर ज़िला
राजस्थान
 भारत
जनसंख्या (2021/2022):12,000
मुख्य भाषा(एँ):राजस्थानी, हिन्दी, मारवाड़ी
निर्देशांक:27°36′N 73°25′E / 27.60°N 73.42°E / 27.60; 73.42


हनुमान जी के मन्दिर में योगदान

सिंधू गांव का सबसे नवीन मंदिर और सबसे बड़ा मंदिर हैं।मंदिर में सामान्यत योगदान सिंधू के ग्रामवासियों का हैं और इस मंदिर में निर्माण में ज्यादातर योगदान सभी ग्रामवासियों का है पर विशेष रूप से योगदान सिंधू की डेलू जाति के द्वारा दिया गया है।

सिंधु गांव के लोकप्रिय व्यक्ति

सिंधु गांव के लोकप्रिय[8] व्यक्तियो में लालाराम कुमावत (सरपंच) , किस्तूर महाराज, लाला कुमावत, हरिराम कुमावत, रणजीत सिंह इन्दा, अर्जुन पंचारिया सिंधू , श्रवण महाराज शास्त्री

सन्दर्भ

  1. "बीकानेर", विकिपीडिया, 2024-01-31, अभिगमन तिथि 2024-02-26
  2. "नोखा, बीकानेर", विकिपीडिया, 2022-10-07, अभिगमन तिथि 2024-02-26
  3. KUMAR, RAJESH (2014-09-30). "श्री भीमाकाली मंदिर सराहन में गाए जाने वाले भक्ति गीतों का सांगीतिक अध्‍ययन". Swar Sindhu. 2 (2 and 3): 23–28. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 2320-7175. डीओआइ:10.33913/ss.v02i03a03.
  4. "श्री हनुमान जी मंदिर सिंधू", विकिपीडिया, 2024-02-22, अभिगमन तिथि 2024-02-26[मृत कड़ियाँ]
  5. राई, शालिकराम (2022-09-01). "खुवालुङ : किराँत सांस्कृतिक स्थल". Sotang, Yearly Peer Reviewed Journal. 4 (4): 112–124. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 2676-1440. डीओआइ:10.3126/sotang.v4i4.57086.
  6. "मोरखाणा", विकिपीडिया, 2023-10-10, अभिगमन तिथि 2024-02-26
  7. "प्रसिद्धि", विकिपीडिया, 2023-05-20, अभिगमन तिथि 2024-02-26
  8. ग्रोवर, डाॅ. रंजना (2020-04-01). "शास्त्रीय संगीत के कम लोकप्रिय होने के कारण एवं उपाय". International Journal of Advanced Academic Studies. 2 (2): 115–116. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 2706-8919. डीओआइ:10.33545/27068919.2020.v2.i2b.784.

बाहरी कड़ियाँ