साम्राज्यवाद विरोधी संघ
साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशी शोषण विरोधी संघ (अंग्रेजी : The League against Imperialism and Colonial Oppression ; फ्रांसीसी : Ligue contre l'impérialisme et l'oppression coloniale; जर्मन: Liga gegen Kolonialgreuel und Unterdrückung) एक बहु-राष्ट्रीय सामाज्यवादविरोधी संगठन था जिसने प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर द्वितीय विश्वयुद्ध तक के कालखण्ड में कार्य किया। कई पाठ्यपुस्तकों में इसे गलती से विश्व साम्राज्यवादविरोधी लीग (World Anti-Imperialist League) कहा गया था।
इसकी स्थापना १० फरवरी १९२७ को बेल्जियम के ब्रसेल्स नगर में हुई थी जहाँ विश्व के विभिन्न देशों के १७५ स्वयंसेवक आये थे। इसका निर्माण इसलिए महत्वपूर्ण है कि इसके निर्माण के फलस्वरूप साम्यवादी विश्व के तथा उपनिवेशवाद-विरोधी संगठनों के प्रतिनिधि और संगठन एक मंच पर आ गए थे। इनसे सम्मिलित १७५ प्रतिनिधियों में से १०७ प्रतिनिधि उन ३७ देशों के थे जो उस समय उपनिवेश थे। इसका उद्देश्य विश्व स्तर पर उपनिवेश-विरोधी जन-आन्दोलन खड़ा करना था। इसे कम्युनिस्ट इंटरनेशनल (Comintern) का अग्र संगठन माना जा सकता है। १९२४ से ही कम्युनिस्ट इंटरनेशनल उपनिवेशित एवं अर्ध-उपनिवेशित देशों के समर्थन के लिए प्रयासरत था