सामानी साम्राज्य
सामानी साम्राज्य سامانیان | |||||
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सामानी साम्राज्य अपने चरम पर। | |||||
राजधानी | बुख़ारा | ||||
भाषाएँ | Persian | ||||
धार्मिक समूह | सुन्नी इस्लाम | ||||
शासन | Monarchy | ||||
Emir | |||||
- | 819-855 | Yahya ibn Asad | |||
- | 999 | 'Abd al-Malik II | |||
ऐतिहासिक युग | Medieval | ||||
- | स्थापित | 819 | |||
- | अंत | 999 |
सामानी साम्राज्य मध्य एशिया तथा ख़ोरासान का एक मध्यकालीन (819-999) साम्राज्य था जिसकी राजधानी बुखारा एक समय इस्लाम की राजधानी बग़दाद की बराबरी करता था। इसके शासक सुन्नी मुसलमान थे जो जरदोश्त के धर्म से परिवर्तित होकर मुस्लिम बने थे। यह फ़ारस के केन्द्रीय सासानी साम्राज्य के अरबों द्वारा फ़तह के बाद एक प्रमुख राज्य था जो इस्लाम का दूसरा केन्द्र भी माना जाता था। ध्यातव्य है कि बुखारा, यानि सुन्नी सामानी और अरब दुनिया (सुन्नी) के मध्य केन्द्रीय ईरान के लोग शिया हैं (और थे)।
महत्व
सामानी साम्राज्य को ताज़िक तथा उज़्बेक राष्ट्रों की नींव भी कहा जाता है। ये क्षेत्र इससे पहले ईरानी (फ़ारसी) नियंत्रण में रहे थे। इस संपूर्ण क्षेत्र को आज भी वृहत ईरान का अंग समझा जाता है।
सन्दर्भ
- ↑ Bowl with white slip, incised design, colored, and glazed. Excavated at Sabz Pushan, Neishapur, Iran. 9th-early 10th century. New York Metropolitan Museum of Art.