सहजप्रत्ययवाद
मन दर्शनशास्त्र में, सहजप्रत्ययवाद (Innatism) यह दृष्टिकोण है कि मन पहले से ही निर्मित विचारों, ज्ञान और विश्वासों के साथ पैदा होता है। इसका विरोधी सिद्धांत, कि मन जन्म के समय एक तबुला रासा (कोरी पट्टीका) है और सारा ज्ञान अनुभव और इन्द्रियबोध से प्राप्त होता है, अनुभववाद या इंद्रियानुभववाद कहलाता है।