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सचवान

चीन का सचवान प्रदेश

सचवान (Szechwan) चीन का सबसे बड़ा प्रांत है, जिसका क्षेत्रफल 5,43,890 वर्ग किलोमीटर है। इस प्रदेश का मध्य भाग लाल बेसिन का पठार कहलाता है। यह प्राय: चारों ओर से पहाड़ों द्वारा घिरा हुआ है। इस प्रांत का अधिकांश भाग पहाड़ी है। चेंगटू मैदान एकमात्र समतल एवं उपजाऊ मैदान है। इस मैदान में मिन नदी की नहरों द्वारा सिंचाई होती है और धान मुख्य उपज है। यहाँ जनसंख्या का घनत्व 2,392 व्यक्ति प्रति वर्ग मील है, जबकि शीकांग (Sikang) प्रांत की सीमा पर जनसंख्या घनत्व केवल 11 व्यक्ति प्रति वर्ग मील है। सचवान का अर्थ चार नदियों से है। मिन, तो, फू ओर क्याओलिंग नदियों के मिलने से यांग्त्सीक्यांग, बनती है और उत्तर से दक्षिण लाल बेसिन में बहती है।

चारों ओर पर्वतों से घिरे होने के कारण, यहाँ का ताप अधिक नहीं हो पाता। लाल बेसिन के चुंगकिंग नगर का दिसंबर, जनवरी का ताप 9.5 डिग्री सें. एवं जुलाई जगस्त का औसत ताप 20 डिग्री से 28 डिग्री सें. रहता है। वार्षिक वर्षा 40 इंच होती है। सम या मृदु जलवायु के कारण सचवान प्रांत में अनेक प्रकार की कृषि होती है। पहाड़ी ढालों पर, सीढ़ीनुमा खेतों में, साल में दो तीन फसलें उगाई जाती हैं। जाड़े में गेहूँ, जौ, राई, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन और मटर तथा गरमी में धान (विशेषकर चेंगटू के निकट मैदानी भाग में), गन्ना, सन, तिल (sesamum), दलहन, मक्का, आलू, तंबाकू, शहतूत और नारंगी की उपज होती है।

यहाँ पाए जानेवाले मुख्य खनिज कोयला, लोहा, ताँबा, सोना, चाँदी, सीसा, नमक एवं ऐंटिमनी हैं, जो प्रांत के विभिन्न भागों में खोदकर निकाले जाते हैं। पेट्रोल एवं प्राकृतिक गैस उद्योग डज़कुंग (Tzekung) या डजल्यूजिंग (Tzeliutsing) में विकसित है। 1937 ई. के चीन जापान युद्ध के काल से ही इस प्रांत का औद्योगिक विकास हो रहा है, लेकिन अधिकांश नए औद्योगिक केंद्रों को गुप्त ही रखा गया है। यहाँ लौह, इस्पात, शराब, वस्त्र, दवा, रंजक, विद्युत् एवं मशीन यंत्र तथा घमन भट्टियों और औद्योगिक मशीन यंत्रों के निर्माण के कारखाने हैं। इस प्रांत से ऊन, चमड़ा, तुंग तेल, रेशम, रैमी (ramie), चाय, तंबाकु और रेवत चीनी (rhubarb) नामक जड़ी का निर्यात होता है। यांग्त्सीक्यांग एवं उसकी सहायक नदियों द्वारा गमनागमन होता है। चुंगकिंग बंदरगाह से चेंगटू नग तक सड़क एवं रेलमार्ग बना हुआ है। सचवान को समीपवर्ती प्रांतों से जोड़ने के लिए हज़ारों मील पक्की सड़कें बनाई गई हैं।

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