शिवप्रकाश एच एस नई पीढ़ी के समर्थ कन्नड़ कवि हैं। उन्होंने इतिहास के वर्तमान में नई दृष्टि से देखने की कोशिश की है। मिलरेप और मलेबिद्द नेलदल्लि उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं।[1]
सन्दर्भ
- ↑ समकालीन भारतीय साहित्य (पत्रिका). नई दिल्ली: साहित्य अकादमी. जनवरी मार्च १९९२. पृ॰ १९१.