शिव गीता
शिव गीता
शिव गीता जो कि गुप्त से भी अति गुप्त है हालांकि आज के समय में सोशल मीडिया का दौर है इसलिए अब कुछ भी गुप्त व अति गुप्त नहीं रहा हैं
प्रभु श्री राम और भगवान महेश्वर के बीच हुए संवाद को शिव गीता कहा जाता है सीता हरण के बाद जब प्रभु श्रीराम निराश हो गए थे तो भगवान महेश्वर श्रीराम को रामगिरी पर्वत के तङकरण वन में गोदावरी नदी के किनारे जो उपदेश दिए थे उसे ही शिव गीता व ईश्वर गीता कहते हैं
शिव गीता में भगवान महेश्वर प्रभु श्री राम को ब्रह्म ज्ञान प्रदान किए थे जिस ज्ञान को प्राप्त करने के बाद व्यक्ति शिवत्व प्राप्त करता है शिव गीता के सप्तम अध्याय में भगवान शिव अपने विराट विश्वरूप का दर्शन भी देते हैं शिव गीता पाठ की बात की जाए तो शिव गीता का पाठ करने या फिर शिव गीता का श्रवण करने का फल अनंत होता है शिव गीता पाठ के लगभग 1100 फायदे होते हैं शिव गीता पाठ के लाभ की बात की जाए तो इस विषय में विस्तार पूर्वक "शिव गीता फल श्रुति" में बताया गया है