शराइ
शराइ या हौराइ (साँचा:IPA-as) घंटा धातु से बनी एक वस्तु है जो भारत के असम राज्य मे परम्परागत तौर पर सम्मान जताने के लिए इस्तमाल की जाती है।[1][2][3] साधारण शब्दो मे, यह एक परोसने वाली थाल है जिसके नीचे एक स्तम्भ होता है, और जिसका इस्तमाल आदर जताने के लिए किया जाता है।[4][5] कुछ हौराइयों मे एक ढक्कन भी होती हेइ। असम मे हाजो और सर्थेबारी घंटा धातु के शिल्प के केन्द्र है।[6]
प्रयोग
- अतिथियों को "तामुल-पान" (सुपारी और पान) परोसने के लिए[7]
- असमीया प्रार्थना घर नामघौर मे नैवेद्य अर्पित करने के लिए
- बिहु तथा अन्य विशेष उपलक्षो मे सजावत के समग्री के तौर पर्
- सम्मानपूर्वक भेंट के तौर पर
References
- ↑ "Culture of Assam | ASSAM GOVERNMENT". assam.gov.in. अभिगमन तिथि 2019-07-02.
- ↑ Mathew, Elizabeth (2017-10-13). "Insider's guide: Assam to Mizoram". The Hindu (अंग्रेज़ी में). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2019-07-02.
- ↑ Baruah, Parthajit (2018-10-05). "Giving voice to the voiceless". The Hindu (अंग्रेज़ी में). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2019-07-02.
- ↑ "Rahul Gandhi's 49th Birthday: Glimpses from His Life in Pictures". News18. 2019-06-19. अभिगमन तिथि 2019-07-02.
- ↑ "Hima feted for her golden track feat". www.telegraphindia.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2019-07-02.
- ↑ "Time to give the makers a xorai". www.telegraphindia.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2019-07-02.
- ↑ "Sourav Ganguly speaks about MS Dhoni's position leading into the World Cup". Hindustan Times (अंग्रेज़ी में). 2018-10-22. अभिगमन तिथि 2019-07-02.