वैकुण्ठ स्वामी
अय्या वैकुण्ठर | |
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उकार प्रणव, नारायण के अवतार | |
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अन्य नाम | अय्या नारायनर, शिव मुरुगन |
देवनागरी | अय्या वैकुण्ठर |
संबंध |
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निवासस्थान | वैकुण्ठ |
मंत्र | अय्या शिव शिव शिव शिव अरहर अरहर |
युद्ध | चल रहा है; कलि (असुर) का संहार |
माता-पिता |
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शास्त्र |
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त्यौहार | अय्य वैकुण्ठ अवतार |
अय्या वैकुण्ठ स्वामी (तमिल : அய்யா வைகுண்டர் / अय्या वैकुण्टर् ) अय्यावऴि सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी थे। इस पन्थ के अनुयायी लोग उन्हें एक-परन एवं भगवान विष्णु का प्रथम पूर्ण अवतार मानते हैं। उनके अनुसार अय्या वैकुण्ठर सन् 1833 में अवतरित हुए।