वेब चैनल
किसी ऑनलाइन वेबसाइट या इंटरनेट पर अन्य माध्यम से ब्राडकास्ट चैनल को वेब चैनल कहते हैं और न्यूज़ को इंटरनेट पर ऑनलाइन ब्रॉडकास्ट करने वाले चैनल को वेब न्यूज़ चैनल या ऑनलाइन न्यूज़ चैनल कहा जाता हैं। आज मीडिया जगत इलेक्ट्रानिक चैनलों से आगे बढ़ कर अब वेब चैनल की ओर बढ़ गया है। वेब पत्रकारिता के कई स्वरूप आज विकसित हुए हैं, जैसे ब्लाग, वेबसाइट, न्यूज पोर्टल और वेब चैनल आदि। इनके माध्यम से एक बार फिर देश की मीडिया में नए खून का संचार होने लगा है। इस नए माध्यम का तौर-तरीका, कार्यशैली और चलन सब कुछ परंपरागत मीडिया से बिल्कुल अलग और अनोखा है। जैसे, यहां कोई भी व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत पत्रकारिता कर सकता है। वह ब्लाग बना सकता है और वेबसाइट के साथ वेब चैनल भी। हालांकि इन नए माध्यमों में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रभाव का अध्ययन किया जाना अभी बाकी है लेकिन अभी तक जो रूझान दिखता है, उससे कुछ आशा बंधती है। पत्रकारिता की इस नई विधा को परंपरागत पत्रकारिता में भी स्थान मिलने लगा है और इसकी स्वीकार्यता बढ़ने लगी है। परिवर्तन तो परंपरागत मीडिया में भी होना प्रारंभ हो गया है। आज पत्रकारिता एक अत्यंत प्रबल माध्यम बन चुका है और इसके साथ-साथ वेब न्यूज़ पोर्टल और वेब न्यूज़ चैनल का प्रचलन भी बढ़ा हैं।[1]
प्रसार माध्यम
इनको निम्न तरीको से प्रसारित किया जा सकता हैं।
१. न्यूज़ पोर्टल पर
२. युट्यूब चैनल
३. न्यूज़ एप्प
४. फेसबुक
५. अन्य
बदलाव और माध्यम
बीते दो -ढ़ाई सालों में ये ट्रेंड बदल गया हैं । बड़े चैनल से जुड़े इक्के दुक्के स्मार्ट पत्रकारों ने लोकल और हाइपर लोकल ख़बरों को स्थान देने के लिये न्यूज़ पोर्टल या वेब न्यूज़ का मंच तैयार किया । अब सभी खबरें टीवी के अंदाज़ में ही वेब न्यूज़ पर दिखने लगी । इंटरनेट और डिजिटल इंडिया के बढ़ते प्रभाव में लोग मोबाइल पर खबरें देखने में रुचि लेने लगे । कोई भी शख्स अपने मोबाइल पर फेसबुक , यूट्यूब , वेबसाइट या न्यूज़ एप्प के माध्यम से अपने गाँव , कस्बे, मोहल्ले या कॉलोनी से सम्बंधित खबरें बिलकुल टीवी के अंदाज़ में देख सकता हैं । आईडिया धीरे धीरे हिट हो चला और लोकल सेक्शन से इन वेब चैनलों को रेवेन्यू भी आने लगा।
सन्दर्भ
- ↑ "हिन्दी समाचार पत्रों में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की प्रस्तुति का अध्ययन - Wikibooks". hi.wikibooks.org. अभिगमन तिथि 2018-10-14.[मृत कड़ियाँ]