सामग्री पर जाएँ

वी शांताराम

Dharmatma (1935)
वी शांताराम

शांताराम राजाराम वणकुद्रे (18 नवंबर 1901 - 30 अक्टूबर 1990), जिसे वी. शांताराम या शांताराम बापू कहते हैं, एक भारतीय फिल्म निर्माता, फिल्म निर्देशक और अभिनेता थे।[1] वह डॉ. कोटणीस की अमर कहानी (1946), अमर भूपाली (1951), झनक झनक पायल बाजे (1955), दो आँखे बारह हाथ (1957), नवरंग (1959), दुनिया न माने (1937) पिंजरा (1972), चानी, इय मराठिएचे नगरी और जुंजे जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।

उन्होंने 1927 में अपनी पहली फिल्म 'नेताजी पालकर' को निर्देशित किया था। [2]1929 में, उन्होंने विष्णुंत दामले के साथ 'प्रभात फिल्म कंपनी' की स्थापना की, के.आर. डाइबर, एस फैटलाल और एस.बी. कुलकर्णी ने 1932 में पहली मराठी भाषा फिल्म 'अयोध्याचा राजा' बनाया।[3] उन्होंने 1942 में मुंबई में "राजकमल कलामंदिर" बनाने के लिए प्रभात कंपनी को छोड़ दिया। [4] समय के साथ, "राजकमल" देश के सबसे परिष्कृत स्टूडियो में से एक बन गया।[5]

चार्ली चैपलिन ने उनकी मराठी फिल्म 'मानूस' के लिए उनकी प्रशंसा की थी। चैपलिन ने फिल्म को बहुत पसंद किया।[6]

प्रमुख फिल्में

वर्षफ़िल्मचरित्रटिप्पणी
1957दो आँखें बारह हाथआदिनाथ

बतौर निर्देशक

वर्षफ़िल्मटिप्पणी
1967गुनाहों का देवता
1967बूँद जो बन गयी मोती
1964गीत गाया पत्थरों ने
1959नवरंग
1957दो आँखें बारह हाथ
1955झनक झनक पायल बाजे

सन्दर्भ

  1. Shrinivas Tilak (2006). Understanding Karma: In Light of Paul Ricoeur's Philosophical Anthropology and Hemeneutics. International Centre for Cultural Studies. पृ॰ 306. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-87420-20-0. मूल से 3 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 June 2012.
  2. S. Lal (1 January 2008). 50 Magnificent Indians Of The 20Th Century. Jaico Publishing House. पपृ॰ 274–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7992-698-7. अभिगमन तिथि 20 February 2015.
  3. A navrang of Shantaram's films - Retrospective The Hindu, 2 May 2002. Archived 1 सितंबर 2010 at the वेबैक मशीन
  4. Founders Prabhat Film Company Archived 3 सितंबर 2013 at the वेबैक मशीन
  5. Well ahead of his times The Hindu, 30 November 2001. Archived 1 फ़रवरी 2011 at the वेबैक मशीन
  6. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 नवंबर 2017.

बाहरी कड़ियाँ