वाख़ान
वख़ान कॉरिडोर (पश्तो और फ़ारसी: واخان) सुदूर उत्तर-पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान में एक अत्यंत पर्वतीय और दुर्गम क्षेत्र है जहाँ काराकोरम और पामीर पर्वत शृंखलाएं आकर मिलती हैं।[1] वख़ान अफ़्ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रांत में एक ज़िले का नाम भी है। नक़्शे पर वाख़ान अफ़्ग़ानिस्तान के मुख्य भाग से एक ऊँगली की तरह पूर्व को निकलकर चीन के शिनजियांग प्रान्त को छूता है। यह तंग सा इलाका प्राचीनकाल में तारिम द्रोणी जाने वाले यात्रियों का मार्ग हुआ करता था। इसी क्षेत्र में उन धाराओं की भी शुरुआत होती है जो आगे चलकर मशहूर आमू दरिया बन जाती हैं।[2]
नाम का उच्चारण
'वख़ान कॉरिडोर' में 'ख़' अक्षर के उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिन्दु वाले 'ख' से ज़रा भिन्न है। इसका उच्चारण 'ख़राब' और 'ख़रीद' के 'ख़' से मिलता है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "वख़ान कॉरिडोर: अफ़ग़ानिस्तान में 'सिल्क रूट' के अहम हिस्से से गुज़रेगी चीन की सड़क".
- ↑ In Afghanistan: two hundred years of British, Russian and American occupation Archived 2012-03-17 at the वेबैक मशीन, David Loyn, Macmillan, 2009, ISBN 978-0-230-61403-1, ... Durand wanted permanently to secure a sliver of Afghan land pointing like a finger directly up to the northeast to the Chinese border. The Wakhan Corridor, 218 miles long but only 11 miles wide at its narrowest point, was a natural geographical barrier ...