वल्य कूनम्बायिक्कुलम मन्दिर
वल्य कूनम्बायिक्कुलम मन्दिर | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | वटक्केविला |
ज़िला | कोल्लम |
राज्य | केरल |
देश | भारत |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | केरलीय |
वल्य कूनम्बायिक्कुलम मन्दिर (मलयालम:വലിയ കൂനമ്പായിക്കുളം ക്ഷേത്രം) केरल में स्थित एक प्रशस्त भद्रकाली मन्दिर है। इस मन्दिर का पहला नाम "पनम्काव मन्दिर" था।[1] कोल्लम जिले में वटक्केविला पर स्तित यह मन्दिर तिरुवनन्तपुरम से 62 किलोमीटर दूर पर है। मन्दिर के मुख्य देवता भद्रकाली देवी हैं। देवी के साथ महा गणपति, ब्रह्मरक्षस, योगीश्नर, कण्टाकर्ण, वीरभद्र, यक्षियम्मा आदि मूर्तियाँ हैं। मन्दिर का निर्माण कोडुंङल्लूर भद्रकाली मन्दिर के साथ किया था। इस मन्दिर में एक विश्वास है कि नागराज और नागयक्षी मूर्तियाँ शादी संबधी दिक्कतों को दूर कर देते हैं।[2] दूसरा विश्वास यह है कि, बच्चों को नहीं होने से लोग मन्दिर के बरगद के पेड़ों के शाखों पर ढोलनियाँ बाँधते हैं। मन्दिर के सामने देवी के नाम से एक विध्यालय है और उसका नाम है "देवी विलासम एल.पी.स्कूल'। मन्दिर के तालाब के साथ श्री नारायण गुरुदेव का मन्दिर है।[2]
नाम के पीछे
बहुत साल पहले इस जगह पर भद्रकाली का मन्दिर और तालाब थे। भद्रकाली देवी का अन्य नाम है ""कूरुम्बा""(കൂരുംബ)। "काव"(കാവ്) एक मलयालम शब्द है और उसका अर्थ "मंदिर" है। "कुलम"(കുളം) भी एक मलयालम शब्द है और उसका अर्थ "तालाब" है। "कूनम्बक्काव कुलम"(കൂനമ്പക്കാവ് കുളം) शब्द से इस जगह को "कूनम्बायिक्कुलम"(കൂനമ്പായിക്കുളം) नाम मिला। वल्य(വലിയ) का अर्थ है "बड़ा"। इसलिए "वल्य कूनम्बायिक्कुलम मंदिर" का अर्थ है, "भद्रकाली का बड़ा मंदिर"।[1] मन्दिर को मलयालम में "क्षेत्रम"(ക്ഷേത്രം) कहते हैं।
पहूँचने केलिए
- निकटतम शहर - कोल्लम (6 किलोमीटर)
- निकटतम रेलवे स्टेशन - कोल्लम जंक्शन रेलवे स्टेशन (5.8 कि.मी.)
- निकटतम हवाई अड्डे - त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (62 कि.मी.)