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वप्रीचिति

हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार शुम्भ और निशुम्भ दो भाई थे जो महर्षि कश्यप और दनु के पुत्र तथा नमुचि , स्वरभानु , वप्रीचिति और हयग्रीव के भाई थे। देवीमहात्म्य में इनकी कथा वर्णित है।

इंद्र ने एक बार नमुचि को मार डाला। रुष्ट होकर शुंभ-निशुंभ ने उनसे इंद्रासन छीन लिया और शासन करने लगे। इसी बीच दुर्गा ने महिषासुर को मारा और ये दोनों उनसे प्रतिशोध लेने को उद्यत हुए। इन्होंने पार्वती के सामने शर्त रखी कि वे या तो इनमें किसी एक से विवाह करें या मरने को तैयार हो जाऐं। दुर्गा ने कहा कि युद्ध में मुझे जो भी परास्त कर देगा, उसी से मैं विवाह कर लूँगी। इस पर दोनों से युद्ध हुआ और दोनों मारे गए।

इसे सुनेंरोकेंहयग्रीव महर्षि कश्यप और दनु का पुत्र और कालकेतु , रंभ , करंभ , शुम्भ , निशुम्भ , स्वरभानु , वप्रीचिति , दैत्यराज तथा नमुचि का भाई था। जो हयग्रीव रूपी विष्णु मारा गया था।