लाल (बैंड)
लाल | |
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पृष्ठभूमि | |
मूलस्थान | लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान |
विधायें | सूफ़ी रॉक, प्रगतिशील रॉक, अल्टरनेटिव रॉक |
सक्रियता वर्ष | 2008–अब तक |
लेबल | फ़ायर रिकॉर्ड्ज़ (पाकिस्तान), टाइम्ज़ म्यूज़िक भारत |
सदस्य | तैमूर रहमान महवाश वक़ार हैदर रहमान |
पूर्व सदस्य | शाहराम अज़हर |
लाल (उर्दू: لال) समाजवादी राजनीतिक गीत गाने के लिए मशहूर एक पाकिस्तानी बैंड है। ये ख़ास तौर पर वामपंथी उर्दू शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ और हबीब जालिब की कविताएँ गाते हैं।[1]
बैंड के सदस्य
- तैमूर रहमान - गिटार और आवाज़
- महवाश वक़ार - बैकप आवाज़
- हैदर रहमान - बांसुरी
एल्बम
- उम्मीद-ए-सहर (2009)
- मैंने कहा (मुशीर)
- उम्मीद-ए-सहर
- सदा
- जाग पंजाब
- दस्तूर
- कल, आज और कल
- ज़ुलमत
- मत समझो
- न जुदा
- जागो
- उठो मेरी दुनिया (2012/2013)
- उठो मेरी दुनिया
- फ़रीद
- झूठ का ऊंचा सिर
- मेरे दिल। मेरे मुसाफ़िर
- बेदम
- चाह का इल्ज़ाम
- दहशतगर्दी मुर्दाबाद
- ग़म न कर
- न होने पाए
- याद
बाहरी कड़ियाँ
सन्दर्भ
- ↑ "Band Info". BBC. मूल से 24 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 June 2014.