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राव मानसिंह

राव मानसिंह / मान सिंह राव राज्यसभा सांसद और भारतीय राजनेता रहे हैं | पूर्व आईपीएस अधिकारी राव मानसिंह पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ.देवीलाल के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर चुने गए थे| आप इंडियन नेशनल लोकदल (ईनेलो) के नेता थे| आप 06.06.2001 से 01.08.2004 तक राज्य सभा सांसद रहे| [1]

इससे पूर्व राव साहब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन और हरियाणा में एस.एस.पी रह चुके थे|

जन्म और शिक्षा

राव मान सिंह का जन्म 1 दिसम्बर. 1933 को हरियाणा के जिला महेंद्रगढ़ के गाँव नीरपुर के एक कृषक परिवार में हुआ था| इनकी माताजी का नाम जयदेई और पिता का नाम देवाराम था| आप पांच भाई बहनों में चौथे स्थान पर थे| सबसे बड़े भाई स्व. नन्दलाल सिंह तहसीलदार और दूसरे भाई स्व.जोखीरम गाँव के नम्बरदार थे|

आपने प्रारम्भिक शिक्षा निकटवर्ती गाँव पटीकरा की धर्मशाला में पढ़ाने वाले लोहारू के हेमराज से प्राप्त की, क्योंकि उस समय कोई सरकारी विद्यालय इस इलाके में नहीं था| आपने पांचवी से आगे की शिक्षा अहीर स्कूल, रेवाड़ी से प्रप्त की और सन1951 में दसवी पास करने के बाद उच्च शिक्षा अहीर कॉलेज रेवाड़ी से प्राप्त की|

स्कूल और कॉलेज के दिनों में आप उच्च कोटि के खिलाडी थे| कॉलेज की वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता में एथलेटिक्स की 11 स्पर्धाओं में से 8 में प्रथम और तीन में द्वितीय स्थान प्राप्त कर सर्वश्रेष्ठ खिलाडी बने और अपने कॉलेज की हॉकी, फूटबाल, कबड्डी और वॉली बाल टीम के कप्तान भी रहे |

पुलिस सेवा

कॉलेज शिक्षा पूर्ण करके साहब 27 मार्च, 1955 को संयुक पंजाब में सहायक पुलिस उपनिरीक्षक के पद पर नियुक्त हो गए| निष्पक्ष, ईमानदार और सराहनीय सेवा के परिणाम स्वरुप 20 अगस्त 1986 को आई पी एस पदोन्नत होकर पुलिस अधीक्षक बने| लगभग 37 वर्ष की पुलिस सेवा करने उपरान्त 30 नवम्बर, 1991 को स्वनिवृत हुए |

राजनीतिक जीवन

पुलिस सेवा से निवृत होने के बाद पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ.देवीलाल की नीतियों से प्रभावित होकर आपने 5 फरवरी 1993 को इंडियन नेशनल लोकदल की सदस्यता ग्रहण कर ली| आपको पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया|

3 जनवरी, 2000 को तत्कालीन मुख्यमंत्री चौ.ओमप्रकाश चौटाला ने आपको हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का चेयरमैन नियुक्त कर दिया|

पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के निधन से राज्यसभा की सीट रिक्त हुई तो चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने आपको पार्टी की और से राज्यसभा के लिए नामित किया और आप 4 जून, 2001 को राज्यसभा सांसद चुने गए|

राज्यसभा में आप सर्वसम्मति से इंडियन नेशनल लोकदल संसदीय दल के नेता चुने गए और सांसद रहते हुए आप केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की स्थायी समिति के सदस्य भी रहे |

सामाजिक कार्य

राव मानसिंह सामाजिक कार्यों में भी सदैव अग्रणी रहे, यहाँ तक की उन्होंने अपनी पैतृक भूमि भी धर्मशाला बना कर अपने गाँव को सौंप दी| गरीब लड़कियों की शादियों में सहयोग करके उन्हें संतोष मिलता था| राव मानसिंह ने गाँव नीरपुर में जोहड़ पर एक विशाल मंदिर का निर्माण करवाया एनी सामाजिक कार्यों में भी बढचढ कर भाग लेते थे|

निधन

संक्षिप्त सी अस्वस्थता के उपरांत 11 मई, 2012 को निधन हो गया