रमा
राम ( रामचंद्र ) | |
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निवासस्थान | अयोध्या, वैकुण्ठलोक (परमधाम) |
अस्त्र | धनुष (कोदंब/कोदण्ड) |
जीवनसाथी | सीता |
माता-पिता | दशरथ (पिता) कौशल्या (माता) |
भाई-बहन | भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न |
संतान | कुश, लव |
रमा भगवती लक्ष्मी का ही दूसरा नाम है। रमा शब्द राम से आया है अर्थात भगवान राम की पत्नी रमा हुई। आधुनिक हिंदी के अर्थों में इसका तात्पर्य किसी अन्य के अंदर समाया हुआ होना होता है इस दृष्टि से रमा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम में अंतर्भूत हैं। इनके ही प्रभाव से एक भजन हिंदी में प्रसिद्ध हुआ - जय राम रमा रमणम शरणम। जो भैरवी राग में है।