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मोहरी लाख

मेक्सीको में एक चिट्ठी के लिफ़ाफ़े पर लाख पर लगी मोहर

मोहरी लाख (Sealing wax) एक प्रकार की मोम या मोम-जैसी सामग्री होती है जो पिघलने के बाद जल्दी से जम जाए और काग़ज़, वस्त्र या धातुओं से इस भांति चिपक जाए कि उसे हटाने पर उस में स्पष्ट तोड़े जाने के निशान दिखें। ऐसी मोम पर मोहर लगाकर चीज़ों को प्रमाणित करा जा सकता है। मसलन यदि एक मोहर केवल किसी अधिकारी के पास उपलब्ध हो (और उसकी नकल करना कठिन हो) तो किसी लिफ़ाफ़े में पत्र बंद कर के उसके खोल पर मोहर लगाई जाए तो मिलने वाले को यह प्रमाणित होता है कि लिफ़ाफ़े का पत्र सीधा उस अधिकारी द्वारा मान्य है। इसी तरह यदी कोई न्यायालय किसी कमरे पर ताला लगाकर उसपर मोहर लगा दे, तो बिना टूटी हुई मोहर से यह प्रमाणित होता है कि उस कमरे के भीतर के सामान में कोई छेड़खानी नहीं हुई है। इतिहास में, कभी-कभी इस मोम या लाख को पहचान देने के लिए उसमें आसानी से पहचानी जाने वाली सुगन्ध भी मिलाई जाती थी।[1]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Tomlinson, C., ed. (1866). Tomlinson's Cyclopaedia of Useful Arts. London: Virtue & Co.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link) सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ: authors list (link) Vol II, page 495.