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मार्लबोरो

मार्लबोरो
अल्ट्रिया और फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल द्वारा काम लिया जाने वाला लाल रंगा मार्लबोरो का लॉगो
उत्पाद प्रकारसिगरेट
स्वामित्व
  • अल्ट्रिया
  • फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल (कनाडा के अतिरिक्त संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर)
  • इंपीरियल टोबैको कनाडा (कनाडा)
निर्माता
  • फिलिप मॉरिस यूएसए (अमेरिका)
  • फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल (कनाडा और भारत के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर
  • इंपीरियल टोबैको कनाडा (कनाडा)
  • गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया (भारत)
मूल देशसंयुक्त राज्य अमेरिका
पेशकश1924; 100 वर्ष पूर्व (1924)
टैगलाइन"माइल्ड एज मे", "कम टु व्हेयर द फ्लेवर इज। कम टु मार्लबोरो कंट्री" (1966)[1]
जालस्थलwww.marlboro.com
कैंसरजननशीलता: आएआरसी समूह 1

मार्लबोरो (marlboro, US ,[2][3]) सिगरेट की एक अमेरिकी ब्रांड है। संयुक्त राज्य अमेरिका में इसका मालिकाना हक और निर्माता फिलिप मॉरिस यूएसए (अल्ट्रिया की एक शाखा) है। संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर इसका निर्माण करने वाली कंपनी का नाम फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल (अल्ट्रिया से अलग) है, हालांकि कनाडा में इसकी निर्माता कंपनी इंपीरियल टोबैको कनाडा है।[4] मार्लबोरो का सिगरेट निर्माण का सबसे बड़ा प्लांट अमेरिकी राज्य वर्जीनिया रिचमण्ड में है।

इतिहास्

मार्लबोरो सिगरेट का पैकेट
मार्लबोरो सिल्वर सिगरेट का एक पैकेट और सिगरेट

सन् 1846 में ब्रिटिश तम्बाकु विक्रेता फिलिप मॉरिस ने लंदन के बॉन्ड स्ट्रीट पर एक दुकान खोली। इसमें वो तम्बाकु और रोल्ड सिगरेट (तम्बाकु को कागज या पत्ते में लपेटकर सिगरेट बनाना) बेचते थे। सन् 1873 में फेफड़ों के कैंसर से उनकी मृत्यु हो गयी और उसके बाद उनके भाई लियोपोल्ड और उनकी विधवा मार्गरेट ने व्यवसाय को जारी रखा। उन्होंने लंदन के ग्रेट मार्लबोरो स्ट्रीट पर इसके उत्पादन के लिए एक फैक्ट्री स्थापित कर ली।[5] इस ब्रांड का नाम भी इसी स्थान से लिया गया।[6]

अपनी सिगरेट ब्रांड के उत्पाद बेचने के लिए इसकी एक एक शाखा सन् 1902 में न्यूयॉर्क में खोली गयी। अमेरिका में सन् 1908 में '"मार्लबोरो"' नाम को पंजीकृत किया गया हालांकि सन् 1923 तक इस नाम से कोई भी सिगरेट का प्रचार नहीं किया गया। सन् 1924 में ब्रांड को पुनः प्रमोचित किया गया। इसे अमेरिका की "अमेरिकी विलासिता सिगरेट" के रूप में प्रमोचित किया गया और इसे होटलों और रिसॉर्ट में बेचा जाने लगा।[7]

1930 के दशक के आसपास इन्होंने महिलाओं के लिए भी सिगरेट का प्रचार करना आरम्भ कर दिया जिसके लिए टैगलाइन "माइल्ड एज मे" (अर्थात् जितना कोमल हो सके) काम में लिया गया। हालांकि 1885 के शुरूआत से ही फिलिम मॉरिस एंड कोर्पोरेशन ने मार्लबोरो (Marlborough) नाम से "महिलाओं की पसंद" के रूप में प्रचारित कर दिया था।[8]

द्वितीय विश्वयुद्ध से ठीक पहले इस ब्रांड के तम्बाकु की अमेरिका में बिक्री एक प्रतिशत से भी कम पर रुक गयी थी तथा कुछ समय के लिए इसे बाज़ार से वापस ले लिया गया। युद्ध के बाद सामान्य सिगरेट के रूप में केमल, लकी स्ट्राइक और चेस्टरफ़ील्ड ही बाज़ार में बची।

1950 के दशक में धुम्रपान से होने वाले फेफड़ों के कैंसर पर विस्तृत अध्ययन प्रकाशित हुये। फिलिप मॉरिस ने पुरुषों के लिए सिगरेट पुनः स्थापित किया और फेफड़ों के कैंसर वाली बात को ताक पर रख दिया। इसके विपरीत इसे पुस्र्षत्व और बहादूरी से जोड़कर प्रचारित किया।[9]

सन्दर्भ

  1. होल्ट, डगलस; कैमरोन, डगलस (2010-10-28). Cultural Strategy: Using Innovative Ideologies to Build Breakthrough Brands (अंग्रेज़ी में). ओयूपी ऑक्सफोर्ड. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780191615207.
  2. After Bans, Tobacco Tries Direct Marketing (आवाज़ पृष्ठ पर)
  3. "Marlborough". लेक्सिको यूएस इंग्लिश डिक्शनरी. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. मूल से 2021-03-06 को पुरालेखित.
  4. Krashinsky, Susan (2012-08-03). "Why Marlboro Country ends at the border". ग्लोब एंड मेल. अभिगमन तिथि 2012-09-15.
  5. कॉक्स, जिम (23 मई 2008). Sold on Radio: Advertisers in the Golden Age of Broadcasting (अंग्रेज़ी में). मैकफारलैण्ड. पृ॰ 205. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7864-5176-0.
  6. "snopes.com: Marlboro and the KKK". स्नोप्स (अंग्रेज़ी में). 27 अप्रैल 2011. अभिगमन तिथि 16 जुलाई 2024.
  7. "Marlboro cigarettes - name origin of the brand - High Names agency" (अंग्रेज़ी में). 11 जनवरी 2013.
  8. "History of Philip Morris". सोर्सवाच (अंग्रेज़ी में). 1987. अभिगमन तिथि 16 जुलाई 2024.
  9. एरिन बैरेट और जैक मिंगो, संपा॰ (2003). W.C. Privy's Original Bathroom Companion (अंग्रेज़ी में). सेंट मार्टिन्स प्रेस. पपृ॰ 407–410. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-312-28750-X.

बाहरी कड़ियाँ