मानव बस्ती
भूगोल, सांख्यिकी और पुरातत्वशास्त्र में, बस्ती, अधिवास, इलाका या आबादी वाला स्थान एक समुदाय है जिसमें लोग रहते हैं। बस्ती की जटिलता के आधार पर श्रेणीकरण के अनुसार सबसे बड़े शहारों के आसपास नगरीय क्षेत्र से लेकर छोटी संख्या के आवासों के समूह शामिल है। बस्ती में गाँव, कस्बा और शहर सभी शामिल हो सकते हैं। एक बस्ती में ऐतिहासिक गुण हो सकते हैं जैसे तिथि या युग जिसमें इसे पहले बसाया गया था। एक बस्ती में प्रथानुसार सड़क, तालाब, पार्क और मंदिर-मस्जिद जैसी निर्मित सुविधाएं शामिल हैं।
वर्गीकरण
अधिवासों के चिरसम्मत वर्गीकरण के अंतर्गत अधिवास को दो भागों में विभाजित किया जाता है- 1-नगरीय अधिवास 2-ग्रामीण अधिवास
- नगरीय अधिवास
जिन अधिवासो में रहने वाले लोग अधिकांशतः द्वितीयक , तृतीयक एवम् चतुर्थक कार्यक्षेत्र से संबंध रखते हों,उसे नगरीय अधिवास कहा जाता है।
- ग्रामीण अधिवास
जिन अधिवासों में प्राथमिक कार्य से संबंधित लोग निवास करते हैं,उसे ग्रामीण अधिवास कहते हैं।
बस्तियों के प्रकार
- रेखिय या पंक्तिनुमा गांव
- अरीय त्रिज्याकार बस्तियां
- तीरनुमा बस्तियां
- मकड़ी-जालनुमा बस्तियां
- अर्ध्व्रताकार बस्तियां
- तारानुमा बस्तियां
- चौक पट्टीनुमा बस्तियां
- पंखानुमा बस्तियां
- जूते की डोरीनुमा बस्तियां
- आयराकार बस्तियां
- सीढ़ी के आकार की बस्तियां
- मधुमक्खी छ्त्तानुमा बस्तियां
- अनाकार बस्तियां
सांख्यिकी
- भारतीय जनगणना आयोग की जनगणना नगर की एक विशेष परिभाषा है।
परित्यक्त आबादी वाले स्थान
जनसंख्या वाले स्थानों का त्याग किया जा सकता है। कभी-कभी वहाँ निर्मित संरचनाएं आसानी से सुलभ होती हैं, जैसे कि भूत नगर में, और ये पर्यटक आकर्षण बन सकते हैं।