महुली गाँव, अथमलगोला (पटना)
महुली | |
— गाँव — | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | भारत |
राज्य | बिहार |
ज़िला | पटना |
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी, मगही, मैथिली, भोजपुरी, अंगिका, उर्दु, अंग्रेज़ी |
आधिकारिक जालस्थल: http://patna.bih.nic.in/ |
निर्देशांक: 25°36′40″N 85°08′38″E / 25.611°N 85.144°E
महुली अथमलगोला, पटना, बिहार स्थित एक गाँव है।
भूगोल
महुली अथमलगोला प्रखंड का एक ऐसा गांव है जो की एकता की मिसाल है। यहां हिन्दु, मुस्लिम, दलित, महादलित और ओबीसी सभी बड़े ही सम्मान पूर्वक तरीके से रहते हैं। इस गांव में राजपुत, ब्राह्मण की सख्या तकरीबन बराबर है। और दोनो ही खेती और नौकरी पेशा लोग हैं। हालकिं जमींदारी राज में सामंतो के द्वारा यहां खाफी अत्याचार किया गया। यहां के जमींदार राजपुत जाति से आते थे। सामान्तो के इस अत्याचार से बहुत से गरीब गुरबा और व्यवसायी लोग गांव से प्लायन किये। नतीजा इसका असर गांव की अर्थव्यस्था पर भी पड़ा। आजादी के बाद एक बार सामंती ताकतों और दलितों के बीच टकराव भी हुआ। लेकिन उस वक्त के बिहार के मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर थे। जिन्होनें इस मामले को दबाया। बाद में समय के साथ साथ सामंतवादी ताकतें कमजोर पड़ती गयीं। अब स्थिति पहले से बेहतर है। इस गांव की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जब मोहरम होता है तो हिन्दु लोग बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं और जब होली दिपावली होती है तो मुस्लिम भाई भी पूरे उत्साह से शरीक होते हैं।