भूमितिकी
भूमितिकी अथवा भूगणित विज्ञान की वह शाखा है जो भौगोलिक रूप से संदर्भित आंकड़ों के संग्रहण, समायोजन, परिरक्षण, विश्लेषण व्याख्या का कार्य करती है।[1][2] यह मुख्यतः भूगोल, सर्वेक्षण और भू-सूचना विज्ञान जैसी शाखाओं के साथ अपनी विषय-वस्तु शेयर करने वाली शाखा है।
अनुप्रयोग के क्षेत्र
- मानचित्रण
- पर्यावरण/पारिस्थितिकी और इससे जुड़े अन्य क्षेत्रों में
- संसाधन प्रबंधन
- पुरातत्व
- जैव भूगोल एवं जैवविविधता संरक्षण
- आधारभूत संरचना के प्रबंधन में
- ग्रामीण और नगरीय नियोजन के क्षेत्रों में
- समुद्रविज्ञान में
- वायुमण्डल, मौसम विज्ञान एवं जलवायु विज्ञान में
- आपदा प्रबंधन में
- भूमि उपयोग के नियोजन में
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Applied Geomatics Research Laboratory, University of Waterloo Archived 2014-11-29 at the वेबैक मशीन, अंग्रेज़ी में
- ↑ Gomarasca, Mario A. Basics of Geomatics (गूगल पुस्तक) (अंग्रेज़ी में). पृ॰ 02. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 12 2014. नामालूम प्राचल
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की उपेक्षा की गयी (|orig-year=
सुझावित है) (मदद);|origdate=
में पाइप ग़ायब है (मदद);|access-date=
में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
बाहरी कड़ियाँ
ग्रन्थ सूची
और अधिक पढ़ने हेतु निम्नलिखित पुस्तकों और जर्नल्स का अध्ययन किया जा सकता है:
संबंधित जर्नल
- जियोमैटिक्स, नैचुरल हजार्ड एंड रिस्क (Geomatics, Natural Hazards and Risk), प्रकाशक: Taylor & Francis Group (अंग्रेजी में)
- जर्नल ऑफ जियोमैटिक्स एंड जियोसाइंसेस (Journal of Geomatics and Geosciences), प्रकाशक: INTEGRATED PUBLISHING ASSOCIATION (अंग्रेजी में)