भीड़ हत्या
भीड़ हत्या या मॉब लिंचिंग पूर्वचिन्तित बिना किसी व्यवस्थित न्याय प्रक्रिया के, किसी अनौपचारिक अप्रशासनिक समूह द्वारा की गई हत्या या शारीरिक प्रताड़ना को कहा जाता है। कथित शब्द का उपयोग अक्सर एक बड़ी भीड़ द्वारा अन्यायिक रूप से किसी कथित अपराधियों को दंडित करने के लिए या किसी समूह को धमकाने के लिए, सार्वजनिक हत्या, या अन्य शारीरिक प्रताड़ना को चिह्नित करने के लिए उपयोग किया जाता है।किसी व्यक्ती को एक अनुशासनहीन भीड के व्दारा उस वक्त तक पीटा जाता है जब तक की उस की मृत्यु न हो जाए। ऐसी अप्रीय घटना को भीड़ हत्या या मॉब लिंचिंग की संज्ञा दी जाती है।[1]
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- Taking History Personnally, a text on the Marion lynching by Cynthia Carr
- Yes, ISIS Burned a Man Alive: White Americans Did the Same Thing to Black People by the Thousands (Feb. 2015), Dailykos
- Richardson, Dixie Kline. "1891 Lynching Remains a Mystery", Spencer Evening World, Spencer, Indiana, August 4, 2014
- McKee, Robert Guy. 2013. Lynchings in modern Kenya and inequitable access to basic resources: A major human rights scandal and one contributing cause. Web access
- Cotter, Holland, "‘The Legacy of Lynching,’ at the Brooklyn Museum, Documents Violent Racism", New York Times, July 26, 2017.
- ↑ Sharma, Navdeep. "मॉब लिंचिंग या मनुष्य में पनपता वहशीपन." पैगाम-ए-हिंद. अभिगमन तिथि 2020-05-11.[मृत कड़ियाँ]