निम्नलिख सर्वसमिका को भास्कर प्रमेयिका (Bhaskara's Lemma) कहते हैं। यह सर्वसमिका चक्रवाल विधि में प्रयुक्त होती है।
जहाँ पूर्णांक हैं और शून्येतर पूर्णांक (non-zero integer) है।
उपपत्ति
समीकरण के दोनों पक्षों को से गुणा करके, जोड़कर, इसका गुणनखण्ड करें तथा से भाग दें।
जब तक न तो और न ही शून्य है, उपरोक्त निष्कर्ष दोनों दिशाओं में सत्य है। (implication goes in both directions). (यह भी नोट करें कि यह प्रमेयिका वास्तविक संख्याओं, पूर्णाकों और समिश्र संख्याओं -- सभी के लिए सत्य है।)
सन्दर्भ
- C. O. Selenius, "Rationale of the chakravala process of Jayadeva and Bhaskara II", Historia Mathematica, 2 (1975), 167-184.
- C. O. Selenius, Kettenbruch theoretische Erklarung der zyklischen Methode zur Losung der Bhaskara-Pell-Gleichung, Acta Acad. Abo. Math. Phys. 23 (10) (1963).
- George Gheverghese Joseph, The Crest of the Peacock: Non-European Roots of Mathematics (1975).
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