भाखड़ा बांध
| भाखड़ा बाँध | |
भाखड़ा बाँध | |
| आधिकारिक नाम | भाखड़ा बाँध |
|---|---|
| इम्पाउण्ड्स | सतलुज नदी |
| Locale | होशियारपुर जिला = (हिमाचल प्रदेश) |
| लंबाई | 1,700 फीट (520 मी॰) |
| ऊंचाई | 741 फीट (226 मी॰) |
| आधार की चौड़ाई | 625 फीट (191 मी॰) |
| निर्माण तिथि | 1948 |
| उद्घाटन तिथि | 1963 |
| निर्माण लागत | 1963 में ₹ 245.28 करोड़ |
| सरोवर की जानकारी | |
| बनाता है | गोविंद सागर जलाशय |
| क्षमता | 9.340 घन किमी |
| सतह क्षेत्र | 168.35 वर्ग किमी |
| शक्ति उत्पादन जानकारी | |
| टर्बाइन | 5 x 108 MW, 5 x 157 MW फ्रांसिस टरबाइन |
| स्थापित क्षमता | 1325 MW |

भारतीय योजनाकारों और अभियन्ताओं द्वारा दो मुख्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। पहला निर्णय, भाखडा बांध की अपेक्षा पहले भाखडा नहर प्रणाली निर्मित करने का था तथा दूसरा निर्णय विदेशी विशेषज्ञों की सहायता से विभागीय रूप में बांध का निर्माण करना था। यद्यपि यू.एस.बी आर भाखडा बांध का डिजाइन सलाहकार था फिर भी इसका क्रियावयन सिंचाई विभाग के भारतीय अभियन्ताओं के हाथ में आया। अप्रैल, 1952 के पश्चात जब मि. एम. हारवे स्लोकम अमेरिका से निर्माण तकनीशियनों तथा अभियन्ताओं की अपनी टीम के साथ आए तो इसका पूर्ण रूप से सक्रिय निर्माण कार्य प्राम्भ हुआ।