बेपनाह (धारावाहिक)
बेपनाह | |
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शैली | प्यार |
निर्माणकर्ता | प्रेम किशन सुनील मेहता |
अभिनीत | हरशद चोपड़ा जेनिफर विंगेट सेहबान अजीम नमिता दुबे शेहजाद शेख़ |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिंदी |
एपिसोड की सं. | 186 |
उत्पादन | |
निर्माता | प्रेम किशन मल्होत्रा सुनील मेहता धीरज कुमार |
प्रसारण अवधि | 25 मिनट (लगभग) |
उत्पादन कंपनी | सिनेविस्टास लिमिटेड |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | कलर्स |
प्रसारण | 19 मार्च 2018 30 नवम्बर 2018 | –
बेपनाह एक भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण कलर्स में 19 मार्च 2018 से शुरू हुआ। इसका निर्माण सिनेविस्टास लिमिटेड ने किया है। इसमें जेनिफर विंगेट और हर्षद चोपड़ा मुख्य किरदार में हैं।
कहानी
ये कहानी आदित्य और जोया की है, उन दोनों को उनके जीवनसाथी धोखा दे देते हैं।
आदित्य और जोया को पता चलता है कि उनके जीवनसाथी पूजा और यश की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है, और ये भी पता चलता है कि वे दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे। आदित्य को ये बात पता चलने से बहुत गुस्सा आता है और वहीं जोया इस बात को मानने से ही इंकार कर देती है। यश के कंपनी को ज़ोया अपने अधिकार में ले लेती है, और जब आदित्य को पता चलता है कि उसमें पूजा ने भी पैसा लगाया है, तो वो भी उसमें हिस्सेदार बन जाता है। आदित्य और ज़ोया को बहुत देर से तलाक के कागजात मिलते हैं। इस कागजात के मिलने के बाद ज़ोया सच्चाई से और भाग नहीं पाती, और ख़ुदकुशी करने की कोशिश करती है, पर आदित्य उसे बचा लेता है। इसी बीच सीबीआई इंस्पेक्टर राजवीर खन्ना का आगमन भी उन दोनों के जीवन में होता है। राजवीर को लगता है कि उन दोनों की हत्या हुई है और वो हत्या आदित्य और जोया ने सच्चाई सामने आने के बाद की है। आदित्य और जोया अपने आपको बेकसूर साबित करने की कोशिश करने लगते हैं।
आदित्य के पिता और एक बहुत बड़े वकील, हर्षवर्धन हूडा उन दोनों को बेकसूर साबित कर देते हैं। ज़ोया एक दिन पूजा की डायरी पढ़ती है, और उसे पता चलता है कि किस प्रकार यश उसको धोका दे रहा था। उसे पता चलता है कि पूजा माँ बनने वाली थी, ये बात उसे तोड़ कर रख देती है। जब आदित्य उसकी डायरी पढ़ता है तो उसे कई सारी सच्चाई पता चलती है और उसकी गलतियों के बारे में भी पता चलता है। बाद में दोनों इन सब से आगे बढ़ने का सोचते हैं और वे दोनों यश और पूजा को माफ कर आगे बढ़ जाते हैं। आदित्य पेरिस चले जाता है और वहीं ज़ोया कंपनी को आगे बढ़ाने में लग जाती है।
- 6 माह बाद
ज़ोया एक सफल व्यवसायी बन जाती है और आदित्य पेरिस में ही ज़िंदगी बिताते रहता है। जब आदित्य अपने घर वापस आता है तो उसे ज़ोया में और ज्यादा आत्मविश्वास दिखता है, वहीं वो अपने आपको शांत और अपने में ही खोया हुआ पाता है। दोनों जब साथ में ज्यादा वक्त गुजारते हैं तो उन दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो जाती है। आदित्य को एहसास होता है कि उसे ज़ोया से प्यार हो गया है। जब वो अपने प्यार का इकरार करने जाता है तो उसे पता चलता है कि वसीम अपने दोस्त के बेटे, अर्शद हबीब को ज़ोया के मिलाने की कोशिश कर रहा है।
कलाकार
- मुख्य
- जेनिफर विंगेट - ज़ोया
- हर्षद चोपड़ा - आदित्य
- अन्य
- सहबान अज़ीम - यश अरोड़ा
- नमिता दुबे - पूजा हूडा
- शहज़ाद शेख - अर्जुन हूडा
- उर्फी जावेद - बेला कपूर
- आँचल गोस्वामी - नूर सिद्दीकी, ज़ोया की छोटी बहन
- राजेश खट्टर - हर्षवर्धन "हर्ष" हूडा, आदित्य और अर्जुन के पिता
- इकबाल आज़ाद – वसीम सिद्दीकी: रोशनाक के पति; ज़ोया और नूर के पिता