बुद्धवंश
बुद्धवंश एक पुरातन बौद्ध ग्रंथ है जिसमें गौतम बुद्ध और पहले के चौबीस बुद्धों के जीवन का वर्णन किया गया है।[1] यह खुद्दकनिकाय का एक भाग है।
अपदान और चरियापिटक के साथ बुद्धवंश को अधिकांश विद्वान ईसापूर्व पहली और दूसरी शताब्दी में रचित मानते हैं। अतः पिटक साहित्य में यह अपेक्षाकृत बाद में लिखा गया ग्रन्थ है।[2]
बुद्धवंसपाळि
- रतनचङ्कमनकण्डं
- सुमेधपत्थनाकथा
- दीपङ्करबुद्धवंसो
- कोण्डञ्ञबुद्धवंसो
- मङ्गलबुद्धवंसो
- सुमनबुद्धवंसो
- रेवतबुद्धवंसो
- सोभितबुद्धवंसो
- अनोमदस्सीबुद्धवंसो
- पदुमबुद्धवंसो
- नारदबुद्धवंसो
- पदुमुत्तरबुद्धवंसो
- सुमेधबुद्धवंसो
- सुजातबुद्धवंसो
- पियदस्सीबुद्धवंसो
- अत्थदस्सीबुद्धवंसो
- धम्मदस्सीबुद्धवंसो
- सिद्धत्थबुद्धवंसो
- तिस्सबुद्धवंसो
- फुस्सबुद्धवंसो
- विपस्सीबुद्धवंसो
- सिखीबुद्धवंसो
- वेस्सभूबुद्धवंसो
- ककुसन्धबुद्धवंसो
- कोणागमनबुद्धवंसो
- कस्सपबुद्धवंसो
- गोतमबुद्धवंसो
- बुद्धपकिण्णककण्डं
- धातुभाजनीयकथा
इन्हें भी देखें
टिप्पणियाँ
- ↑ Buddha Dharma Education Association (2014). "Suttanta Pitaka: Khuddaka Nikāya: 14.Buddhavamsa-History of the Buddhas". Guide to Tipiṭaka. Tullera, NSW, Australia: Buddha Dharma Education Association. अभिगमन तिथि 2014-12-21.
- ↑ A textual and Historical Analysis of the Khuddaka Nikaya – Oliver Abeynayake Ph. D., Colombo, First Edition – 1984, p. 113.
सन्दर्भ त्रुटि: <references>
में "Hinuber43" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।
सन्दर्भ त्रुटि: <references>
में "Hornerx" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।
सन्दर्भ त्रुटि: <references>
में "Horner1" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।
सन्दर्भ त्रुटि: <references>
में "Horner8" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।
सन्दर्भ त्रुटि: <references>
में "Horner9" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।
सन्दर्भ त्रुटि: <references>
में "Horner96" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।
<references>
में "Horner97" नाम के साथ परिभाषित <ref>
टैग उससे पहले के पाठ में प्रयुक्त नहीं है।सन्दर्भ
बाहरी संबंध
मिंगुन सयादव द्वारा चौबीस बुद्धों के कालक्रम को प्रोफेसर यू को ले और यू टिन लेविन, यांगून, म्यांमार द्वारा संपादित और अनुवादित किया गया। केवल अध्याय 1, 22, 23 और 24 शामिल हैं।