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बिना (पौधा)

बिना का पौधा सुंदरवन (समुन्द्र के तटीय छेत्र में उगने वाले पौधौ का वन) में पैदा होता हें, यह भारत के पश्चिम छेत्र में समुन्द्र के तटीय छेत्र में नमकिन पानी में पैदा होता है। संस्कृत में इसे अग्निमुखा एवं अग्निसिखा कहते हैं। इसकी जड़े तटीय पानी में फैली हुई और लम्बी होती है। इसके पते समान्य, उल्टे, अंडे के आकर में लम्बे होते हें. इसका वनस्पति विज्ञानं नाम र्हिजोफोरा मंगल हें. इसका फूल छत्री की तरह अन्य छोटे-छोटे फूलों से बना होता है। इसका एक ही बीज होता है जो गिरने से पहले ही फलित हो जाता है।