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पुनाखा

[ पुनाखा किला

पुनाखा नगर पुनाखा जिले का प्रशासनिक केंद्र है। वर्ष 1955 तक पुनाखा भूटान की राजधानी थी।[1] इसके बाद भूटान की राजधानी थिम्फू स्थानांतरित हो गयी। पुनाखा से थिम्फू की दूरी ७२ किलोमीटर है। पुनाखा से थिम्फू कार से जाने में लगभग ३ घंटे समय लगता है। थिम्फू की अपेक्षा पुनाखा में सर्दियों में कम सर्दी और गर्मियों में अधिक गर्मी रहती है।

भाषा

भुटानी व्यापक रूप से इस जिले में बोली जाती है।

फसल

फ़ो चू और मो चू दो नदियों की घाटी में धान की फसल होती है।

पुनाखा का द्ज़ोंग (किला ) और मो चू नदी

भूटान में पुनाखा सफ़ेद और लाल चावल के उत्पादन के लिए प्रसिद्द है यहां की फ़ो चू और मो चू नदियों की घाटी में ये दोनों प्रकार के चावल पैदा होते हैं।यह दोनों नदियां भूटान की महत्वपूर्ण नदियां हैं।

रितषा गांव (पुनाखा )

इस गांव के घर की दीवालें तालाब की मिटटी से बनी हैंl लेकिन इनकी नींव पत्थरों से ही तैयार की जाती है। मकान दो मंजिले से अधिक नहीं बनाये जाते हैं। घरों के आस -पास गृह उद्यान और चावल की खेती होती है। गृह उद्यानों में सव्जियाँ और फलों के वृक्षों का रोपण किया जाता है। फलों में पपीता और संतरा के पौधों की अधिकता रहती है।

केंद्रीय भिक्षु संस्था का आवास

सर्दियों में पुनाखा के किले में केंद्रीय भिक्षु संस्था का आवास रहता है।[1]

चित्र वीथि

सन्दर्भ