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पाता परम्परा

' ' ' ' पाटा परम्परा ' बीकानेर की लोक परम्परा है लकडी के तख्त को पाटा कहा जाता है जिसका आकार ९बाई९ होता है खुले मैदान पर रखा जाता है आम लोग पाटॊ पर बैढते है सभी प्रकार की गतिविधियाँ होती है विवाह पर लेनदारी, कर्मकाण्ड पाटो पर होते है पाटा संस्कृति को निरन्तरता प्रधान करता है बीकानेर की ५५० साला पुरानी लोक परम्परा को आज भी जिन्दा रखा है रम्मत, खयाल वाणी, शब्द्, बोल परम्परा को पीडी दर पीडी चलाया है परम्परा ओर आधुनिकता के मध्य सामंस्य को बनाये रखा है पाटा सामाजिक नियन्त्रण का कार्य करता है आज भी पुराने शहर मै अपराध नाममात्र के होते है डाँ राजेन्द जोशी


सन्दर्भ