पद्मालय
पद्मालय | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | गणेश |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | एरंडोल |
ज़िला | जलगाँव |
राज्य | महाराष्ट्र |
देश | भारत |
![]() ![]() Location in Maharashtra | |
भौगोलिक निर्देशांक | 20°52′10″N 75°23′33″E / 20.869345°N 75.392532°Eनिर्देशांक: 20°52′10″N 75°23′33″E / 20.869345°N 75.392532°E |
पद्मालय (या प्रवाळक्षेत्र [1]) एक हिंदू देवता गणेश का मन्दिर है जो महाराष्ट्र के जलगाँव जिले के एरंडोल तालुका के पास स्थित है। संस्कृत में पद्मालय का अर्थ है "कमल का निवास"; (पद्म + आलय; पद्म = कमल, आलय = निवास)।
ये गणेश मन्दिर दो स्वयंभू मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है जिनका नाम अमोद और प्रमोद है।[2] एक मूर्ति की सूँढ दाहिनी ओर है और दूसरी की बाईं ओर है। मन्दिर पहाड़ी पर स्थित है और पत्थर की वास्तुकला है। ये एक झील का सामने स्थीत है जहा कई कमल के फूल खिलते है। गणेश के मुख्य मंदिर के अलावा, शिव और हनुमान के छोटे मन्दिर भी यहा मौजूद हैं।.[3]
कहा जाता है कि मन्दिर का निर्माण पांडवों के काल मे हुआ था और फिर गोविन्द महाराज ने पुनर्निर्मित कर इसे वर्तमान रूप दिया।[2] पांडुपुत्र भीम ने बकासुर नामक राक्षस का यहा वध किया और फीर प्यास लगने पर अपनी कोहनी मार कर ताज़े जल का एक स्रोत बनाया। ये अब भीमकुण्ड के नाम से प्रसिद्ध है।[4]
सन्दर्भ
- ↑ Satguru Sivaya Subramuniyaswami. Loving Ganesha. Himalayan Academy Publications. पृ॰ २८४. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1934145173. अभिगमन तिथि ४ अक्टूबर २०१७.
- ↑ अ आ संदीप पारोळेकर (२ सितंबर २०११). "गावचा गणपती: भक्तांची इच्छा पूर्ण करणारा 'तरसोदचा जागृत गणराया'". दिव्य मराठी. मूल से 6 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ४ अक्टूबर २०१७.
- ↑ The People's Raj, Volume 17. Directorate of Publicity, Bombay. १९६४. पृ॰ २६. अभिगमन तिथि ४ अक्टूबर २०१७.
- ↑ "पद्मालय गणेश मंदिर (पद्मालय देवस्थान), एरंडोल, जलगांव". डेली हन्ट. १३ जून २०१७. अभिगमन तिथि ४ अक्टूबर २०१७.
- ↑ "जगात एकमेव असणारे जळगावातील श्री क्षेत्र पद्मालय". Jalgaon Live News. Jalgaon Live News. 2021. अभिगमन तिथि 9 मार्च 2021.[मृत कड़ियाँ]