पंखा
पंखा एक विद्युतचालित युक्ति है। इसका उपयोग प्राणियों की सुविधा के लिये (गर्मी से रक्षा), हवा को बाहर निकालने (exhaust), शीतन (cooling) या अन्य गैसीय परिवहन आदि के लिये किया जाता है।
यांत्रिक रूप से पंखा उन सभी युक्तियों को कह सकते हैं जो एक "वेन" (vane) या वेनों का समूह को घुमाकर हवा की धारा उत्पन्न करने के काम आये। पंखे कम दाब उत्पन्न करके बहुत अधिक मात्रा (आयतन) में हवा का प्रवाह उत्पन्न करते हैं। इसके विपरीत गैस कम्प्रेसर अपेक्षाकृत अधिक दाब पर कम आयतन हवा फेंकने के लिये बनाया जाता है।
पंखे का इतिहास एवं आविष्कार
बिजली के पंखों ने क्रांति ला दी। एडिसन और टेस्ला के विद्युत विकास कार्य पर आधारित शूयलर स्काट व्हीलर ने 1882 में बिजली के पंखे का आविष्कार किया। प्रारंभिक संस्करण देखने मे थोड़े अजीब थे, लेकिन गर्मी से राहत दिला रहे थे। इलेक्ट्रिक पंखो की खोज इलेक्ट्रिक पंखो के बाद जो सबसे बेहतरीन पंखे की खोज हैं वो हैं छत वाले पंखे। 1889 में इस आविष्कार का श्रेय फिलिप डाइहल को जाता है। उनके डिज़ाइन ने पंखे के ब्लेड को एक मोटर पर लगाया और उसे छत से लटका दिया।[1]
बाहरी कड़ियाँ
- Picture of a Walkers Macard Mine Fan "the most powerful single axial-flow fan in the world".
- DT Vintage Fans
- Computer CPU Fan Assembly.
- FanWing Ltd Cross flow fan assembly on aircraft wing leading edge.
- Propulsive Wing LLC Cross flow fan assembly on aircraft wing trailing edge.
- पंखा का आविष्कार किसने किया,
- ↑ दीदी, गीतांजली. "पंखा का आविष्कार किसने किया".