नोज़ उत्सव
नोज़ उत्सव (ब्रेटन रात्रि त्योहार) एक ब्रेटन पारंपरिक त्योहार है। इसमें संगीतकार ध्वनिक वाद्ययंत्र बजाते हैं जिसपर सामूहिक नृत्य किया जाता है। नोज़ उत्सव के अधिकांश पारंपरिक नृत्य प्राचीन हैं, कुछ पूर्व मध्ययुगीन हैं। यह नृत्य समुदाय द्वारा अपने अतीत को समझने एक तरीका है।[1]
५ दिसंबर २०१२ को यूनेस्को द्वारा नोज़ उत्सव को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधिक सूची में जोड़ा गया।[2]
विशेष
फेस्ट-नोज़(बहुवचन फ़ेस्तोऊ-नोज़) ब्रितानी में एक पारंपरिक नृत्य उत्सव है। अधिकांश ब्रेटन नृत्य एक सामूहिक सामाजिक नृत्य हैं। १९५० के दशक में इसे यह नाम दिया गया किंतु १९वीं शताब्दी के अंत से यह अस्तित्व में था।
अतीत में, नृत्यों को कभी-कभी घर में एक ठोस धरातल या खेत के काम के लिए एक ठोस सतह बनाने के लिए जमीन को रौंदने के लिए उपयोग में लाया जाता था। इसमें पड़ोसियों को आमंत्रित किया जाता था, जो कुछ नृत्यों में मुद्रांकन आंदोलनों की उपस्थिति को दर्शाता है। चर्च ने "कोफ-हा-कोफ" (पेट से पेट) नृत्य, जिसका अर्थ है-‘जोड़े में नृत्य करना’-को लंबे समय के लिए प्रतिबंधित कर दिया। सामाजिक स्तर पर ये उत्सव युवाओं के लिए अपनी वेशभूषा में एक-दूसरे से मिलने तथा विस्तृत होने तथा यह जानने का एक अवसर थे कि वे कितनी जल्दी थकते हैं? चूँकि नृत्य कभी-कभी लंबे समय तक जारी रहता है और इसमें जटिल तथा तेज़ कदम चाल शामिल रहती है जिसके लिए अधिक प्रयास और कौशल की आवश्यकता होती है।
वर्तमान में "फेस्तोऊ नोज़" बहुत लोकप्रिय है। अधिकांश गांवों में साल में कम से कम एक बार खेल क्लबों, स्कूल आदि द्वारा उत्सव-नोज़ आयोजित होता है। यह उनकी संस्कृति और पहचान को दर्शाने और रात्रि-मित्रों के साथ सामान्य मूल्यों को साझा करने का एक तरीका है। कई बार सामूहिक लोक नृत्यों में बार-बार संगीत और शारीरिक परिश्रम के कारण कभी-कभी समाधि अवस्था में पहुँचने की बात की जाती है।
सन्दर्भ
- ↑ Cunliffe, Barry W. (2003). The Celts: a very short introduction. Oxford UP. पृ॰ 135. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-19-280418-1.
- ↑ UNESCO - Intangible Heritage Section. "UNESCO Culture Sector - Intangible Heritage - 2003 Convention :". unesco.org. मूल से 2013-08-26 को पुरालेखित.