नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, भारत की स्थापना भारत सरकार द्वारा फार्मास्यूटिकल साइंस में उन्नत उच्च शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता के लिए एक समर्पित नोडल की स्थापना की वर्षों से चली आ रही मांग को पूरा करने के लिए की गई। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के तीव्र विकास के युग में औपनिवेशिक शासन ने विज्ञान में कभी अग्रदूतों की रही इस भूमि को अग्रणी शोधकर्ताओं से कुछ दशक पीछे धकेल दिया। प्रौद्योगिकी/अभियांत्रिकी में इसी तरह की पहल (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी), मेडिसीन (एआईआईएमएस) और मैनेजमेंट (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेनेजमेंट), की तर्ज पर नीति निर्माताओं ने फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में एक धीमी शुरूआत की।
National Institute of Pharmaceutical Education and Research (NIPER) | |
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स्थापित | {{{established}}} |
प्रकार: | Institute of National Importance |
अवस्थिति: | Mohali, Punjab |
उद्देश्य
NIPER (एनआईपीईआर) का मुख्य उद्देश्य फार्मास्यूटिकल्स साइंस को उद्योग के साथ, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान करना है और उन्नत अनुसंधान और उभरते क्षेत्रों में राष्ट्रीय केन्द्रों की स्थापना के अलावा समुदाय और संस्थागत फार्मेसी को बढ़ावा देना है।
अकादमिक
एनआईपीईआर (NIPER), दवा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में मास्टर्स और डॉक्टरल कार्यक्रम प्रदान करता है।
अध्ययन प्रणाली
परास्नातक कार्यक्रम के पाठ्यक्रम की अवधि चार सेमेस्टर की होती है, जबकि डॉक्टरेट कार्यक्रमों में आमतौर पर छह से दस सेमेस्टर की अवधि होती है, यह मुख्य रूप से अनुसंधान के विषय क्षेत्र पर आधारित होता है। शोधकर्ता को, प्रोग्राम और अध्ययन की शाखा पर आधारित कई विभागों से एक न्यूनतम संख्या में पेशकश की क्रेडिट को प्राप्त करना जरूरी होता है। अनुसंधान, उसकी प्रस्तुति और रक्षण के उनके अपने क्रेडिट होते हैं, जो अंतिम श्रेणीबद्ध अंक औसत (CGPA) में परिलक्षित होते हैं।
उपलब्ध पाठ्यक्रम
एनआईपीईआर, मास्टर्स प्रोग्राम के साथ-साथ डॉक्टरेट प्रोग्राम भी प्रस्तुत करता है।
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम | पीएच.डी. पाठ्यक्रम | ||
मोहाली (एस.ए.एस. नगर) |
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अहमदाबाद |
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हाजीपुर |
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हैदराबाद |
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कोलकाता |
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विशेषज्ञ केन्द्र
एनआईपीईआर अग्रणी अनुसंधान सुविधाएं और सेवा प्रस्तुत करता है, जो अपनी विशेषज्ञता की पेशकश निम्न रूपों में करता है
- नेशनल बायोअवेलेबिलिटी सेंटर
- नेशनल सेंटर फॉर फार्माकोइन्फ़ोर्मेटिक्स
- नेशनल टोक्सीकोलॉजी सेंटर
- सेंटर फॉर फार्मास्युटिकल नेनोटेक्नोलॉजी, भारत
- मेडिसीन इन्फोर्मेशन सेंटर
- टेस्टिंग लैब फॉर स्टेबिलिटी एंड इम्प्यूरिटी प्रोफाइलिंग ऑफ ड्रग्स
- इंस्ट्रुमेंटेशन सेंटर फॉर टेस्टिंग एंड एनालिसिस
संगठन
रसायन और उर्वरक केन्द्रीय मंत्रालय के अंतर्गत एनआईपीईआर कार्य करता है। भारत गणराज्य के राष्ट्रपति संस्थान के कुलाध्यक्ष हैं। इसकी नीति रचना को राज्यपालों के एक बोर्ड द्वारा बनाया और समीक्षा की जाती है जिसमें प्रख्यात शिक्षाविद, सांसद और उद्यमी शामिल हैं। संस्थान का प्रतिनिधित्व निदेशक द्वारा किया गया है, जो खुद भी प्रमुख शैक्षिक और कार्यकारी अधिकारी है।
परिसर
एनआईपीईआर (NIPER) मोहाली परिसर, एस.ए.एस. नगर के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम (मोहाली) के पास 130 एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में फैला है। यह एक पूरी तरह से आवासीय संस्थान है जिसमें अविवाहित छात्रों के साथ-साथ विवाहित छात्रों के लिए भी छात्रावास की सुविधा है। इसके अलावा, यह संकाय, स्टाफ और आगंतुकों के लिए आवास उपलब्ध कराता है।
पूर्व छात्र
संस्थान के पूर्व छात्रों की देश और विदेश में अकादमिक और उद्योग, दोनों क्षेत्रों में एक मजबूत उपस्थिति है। पूर्व छात्र वेबसाइट पर अधिक जानकारी उपलब्ध है (लेख के अंत में लिंक का अनुसरण करें)।
प्रवेश
हर साल जून में, एनआईपीईआर अपने एम.एस.(फार्म)/एम.टेक/एम.फार्म., एमबीए और पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है। एमबीए (फार्मास्युटिकल मैनेजमैंट) और डॉक्टरेट कार्यक्रमों में रूचि रखने वाले उम्मीदवारों की प्रवेश परीक्षा के बाद व्यक्तिगत साक्षात्कार द्वारा जांच की जाती है। उम्मीदवारों को एक उपयुक्त विषय में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (GATE) या वर्तमान में ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (GPAT) में योग्यता हासिल करनी होती है यद्यपि कुछ प्रोग्रामों में अपवाद है। वर्तमान में GATE को GPAT द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है और फार्मेसी स्नातक को GPAT में योग्यता हासिल करनी होती है। प्रवेश परीक्षाएं चंडीगढ़, नई दिल्ली, कोलकाता, नागपुर, पुणे, बंगलौर और अहमदाबाद में आयोजित होती हैं। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त रैंक और विभाग में उपलब्ध सीटों की संख्या के आधार पर, आवेदकों को एक परामर्श सत्र में अपनी पसंद के लिए चुनते हैं। नाइपर में अनुसूचित जाति, विकलांग और जम्मू कश्मीरी प्रवासी उम्मीदवारों के लिए भी आरक्षण दिया जाता है। डॉक्टरेट कार्यक्रम के लिए विषय और/या विशिष्ट विभाग की परीक्षा होती है। डॉक्टरेट अध्ययन के लिए, सामान्य रूप से पीआई के पास छात्रों की आर्थिक सहायता के लिए पर्याप्त धन होती है, लेकिन इसकी अनुपस्थिति में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के माध्यम से फैलोशिप दिया जाता है या इस तरह के छात्र समर्थन योजनाएं आवेदक के मामले को मजबूत बनाता है।
अन्य एनआईपीईआर (NIPER)
परामर्श संस्थान के सहयोग के साथ संस्थान को चलाया जाता है जो कि संबंधित स्थानों पर स्थित हैं। अहमदाबाद (गुजरात) हाजीपुर (बिहार) हैदराबाद (आंध्र प्रदेश), कोलकाता (पश्चिम बंगाल), रायबरेली) बरेली (उत्तर प्रदेश) और गुवाहाटी (असम) ऐसे स्थान हैं जहां निपर के नए संस्थानों को लगभग 2008 के नवम्बर महीने में शुरु किया गया है। हालांकि, इन संस्थानों के लिए काउंसलिंग NIPER, एसएएस नगर (मोहाली), पंजाब में ही आयोजित की जाती है।
इन्हें भी देखें
- सेंटर फॉर फार्मास्युटिकल नेनोटेक्नोलॉजी, भारत
बाहरी कड़ियाँ
- ऑफिशिएल वेबसाइट ऑफ एनआईपीईआर
- गांधीनगर, हैदराबाद, कोलकाता, हाजीपुर, गुवाहाटी और रायबरेली में 6 नए राष्ट्रीय औषधि-विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों की स्थापना
- मेडिसीन इन्फोर्मेशन सेंटर ऑफ एनआईपीईआर वेबपेज
- अलुम्नी वेबसाइट
- 4 न्यू एनआईपीईआर लाइक इंस्टिटियूट टू बी सेटअप इन इंडिया
- / डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल, मिनिस्ट्री ऑफ केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, इंडिया
- वेबसाइट ऑफ स्टुडेंट्स ऑप डिपार्टमेंट ऑफ फार्माको-इन्फोर्मेटिक्स एट एनआईपीईआर
- एनआईपीईआर-लाइक इन्सटिट्यूट इन एपी, गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार
- एनआईपीईआर-वीडियो ऑन गूगल वीडियोज[मृत कड़ियाँ]