नियतत्ववाद
दर्शनशास्त्र में नियतत्ववाद, नियतिवाद या निर्धारणवाद (determinism) वह विचारधारा है जिसके अनुसार सभी होने वाली घटनाएँ पहले से उपस्थित परिस्थितियों द्वारा निर्धारित होती हैं। इसके अनुसार मानवों व अन्य जीवों में मुक्त कर्म (free will) की क्षमता नहीं है क्योंकि उनके सारे कर्म उनकी परिस्थितियों के आधार पर होते हैं, अर्थात उनके विचार भी परिस्थितियों के अनुसार उत्पन्न होते हैं। नियतत्ववादी यह दावा करते हैं कि ब्रह्माण्ड में हर क्षण में जो हो रहा है वह पूरी तरह पूर्वनिर्धारित है।[1][2] इसके विपरीत अनियतत्ववाद (indeterminism या nondeterminism) की विचारधारा है, जिसके अनुसार हर क्षण में मुक्त कर्म या आकस्मिक घटनाओं के कारण ऐसी चीज़ें होती रहती हैं जिन्हें पहले से निर्घारित नहीं करा जा सकता।[3]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Determinism Archived 2018-05-29 at the वेबैक मशीन Encyclopedia Britannica
- ↑ A list of a dozen varieties of determinism is provided in Bob Doyle (2011). Free Will: The Scandal in Philosophy. I-Phi Press. पपृ॰ 145–146 ff. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0983580200. मूल से 23 नवंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अप्रैल 2018.
- ↑ For example, see Richard Langdon Franklin (1968). Freewill and determinism: a study of rival conceptions of man. Routledge & K. Paul. मूल से 23 नवंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अप्रैल 2018.