धूमन
धूमन (धुँवा करना / Fumigation) कीटों को नियंत्रित करने की एक प्रणाली है। इस प्रणाली में किसी क्षेत्र को पूर्णतः गैसीय कीटनाशक (fumigants) से भर दिया जाता है जिसके विषाक्त प्रभाव से कीट नष्ट हो जाते हैं। धूमन का प्रयोग भवनों के अन्दर, जमीन पर, अनाज आदि में किया जाता है।
धूमन के लिए उपयुक्त रसायन
पहले मेथिल ब्रोमाइड इस काम के लिए सबसे अधिक प्रयुक्त होती थी किन्तु मॉट्रियल प्रोटोकोल ने इसके प्रयोग को प्रतिबंधित कर दिया क्योंकि इससे ओजोन स्तर का क्षरण होता है।
अधिक प्रयोग किए जाने वाले रसायन ये हैं-
- फॉस्फीन (phosphine)
- 1,3-डाइक्लोरोप्रोपीन (1,3-dichloropropene)
- क्लोरोपिक्रिन (chloropicrin)
- मेथिल आइसोसाइनेट (methyl isocyanate)
- हाइड्रोजन साइनाइड (hydrogen cyanide)
- सल्फ्युरिल फ्लोराइड (sulfuryl fluoride)
- फॉर्मेल्डिहाइड (formaldehyde)
- लोडोफॉर्म (Iodoform)
- एल्यूमिनियम फसफाईड की गोलियां
प्रक्रिया
धूमन निम्नलिखित चरणों में सम्पन्न होता है-
- (१) जिस क्षेत्र का धूमन करना हो प्रायः उसे किसी चीज से ढक दिया जाता है ताकि सभी ओर से बन्द (सील) हो जाय।
- (२) इसके बाद धूमक (fumigant) को इस सीमित क्षेत्र में छोड़ा जाता है।
- (३) धूमक गैस के पूरी तरह इस सीमित क्षेत्र में फैलने तक ऐसे ही रहने दिया जाता है। इससे कीटों का नाश हो जाता है।
- (४) इसके बाद अब इस क्षेत्र में वायु का प्रवेश कराया जाता है ताकि विषैली गैसें वातावरण से हट जाँय और क्षेत्र मानव के प्रवेश के लिए नुकसानदायक न रहे।
- (५) अब धूमित क्षेत्र कीटों से मुक्त और मानव के लिए सुरक्षित है।
बाहरी कड़ियाँ
- National Pesticide Information Center
- Termite Treatments - National Pesticide Information Center हॉस्पिटल के अंदर कीट को नष्ट करना और अन्य संक्रमित वस्तुओं की सफाई की एक रासायनिक विधि है!
इस विधि में कई प्रकार के रासायनिक प्रदार्थ कब प्रयोग किया जाता है जैसे फोरमेलडीहाईड तथा मिथाइल आइसोसाइनेट इत्यादि गैसों का प्रयोग कर ऑपरेशन थियटर को साफ किया जाता है क्योंकि ऑपरेशन के दौरान ऑपरेशन थिएटर में मरीज के शरीर से कई प्रकार के जीवाणु, विषाणु एवं कीट का प्रसारण हौ जाता है