द्रोणपुष्पी
द्रोणपुष्पी या 'गोफा' या 'गुमा' औषधीय गुणों से युक्त पौधा है। इसकी गाँठों पर सफेद फूलों के गुच्छे लगते हैं।
द्रोणपुष्पी का पौधा बारिश के मौसम में लगभग हर जगह पैदा होता है, गर्मी के मौसम में इसका पौधा सूख जाता है। इसकी ऊंचाई 1-3 फुट और टहनी रोमयुक्त होता है। इसके पत्ते तुलसी के पत्ते से समान 1-2 इंच लंबे 1 इंच चौड़े होते है। इसके पत्तों को रगड़ने पर तुलसी के पत्तों के समान गंध निकलती है। द्रोण (प्याला) के फूल होने के कारण इसका नाम द्रोणपुष्पी है। इनका फल हरा व चमकीला होता है। सर्दी के मौसम में इसमें फूल और हेमंत ॠतु में फल आते है इसकी कई जातियां पाई जाती है।
बाहरी कड़ियाँ
- द्रोणपुष्पी या गोफा (भारत के फूल)
- हैपेटाईटिस का इलाज द्रोणपुष्पी से – डॉ॰ राजेश कपूर, पारम्परिक चिकित्सक
- Crop Fact Sheet
- GRIN Taxonomy[मृत कड़ियाँ]
- L. cephalotes in the Pacific Islands
यह सांप के काटने के पश्चात इसके सम्पूर्ण पौधे के रस को पिलाना रामबाण इलाज है।