दक्षिण गंगोत्री
![](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/2/22/%E0%A4%A6%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BF%E0%A4%A3_%E0%A4%97%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%2C_%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%9F%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE.jpg/220px-%E0%A4%A6%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BF%E0%A4%A3_%E0%A4%97%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%2C_%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%9F%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE.jpg)
दक्षिण गंगोत्री अंटार्कटिक महाद्वीप में भारत का पहला स्टेशन है, जो तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी द्वारा भारतीय विज्ञान को बढ़ावा देने एवम ध्रुवीय अनुसन्धान के लिए १९८0 में स्थापित किया है, वतर्मान में यह स्टेशन अस्तित्व में नहीं है। क्योंकि यह लगभग ७० मीटर बर्फ की मोटी चादर से ढक गया था ।