त्यागराज भागवत
एमके त्यागराज भागवतर | |
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जन्म का नाम | मायावरम कृष्णसामी त्यागराजन |
जन्म | 01 मार्च 1910 मायावरम,तमिलनाडु, भारत |
मृत्यु | नवम्बर 1, 1959 | (उम्र 49)
अन्य नाम | एमकेडी, भगवतार |
सक्रिय वर्ष | 1934–1959 |
पति या पत्नी(रों) | कमलम् राजम् |
माता पिता | कृष्णासामी असाई मणिकम्मल |
बच्चे | एमकेडी रवींद्रन |
एम। क। त्यागराज भागवतर - मायावरम कृष्णसामी त्यागराज भागवतर संक्षेप में एम। क। ( 1 मार्च, 1910 - 1 नवंबर, 1959 ) टी के नाम से लोकप्रिय, तमिल फिल्म उद्योग के पहले हाई-प्रोफाइल स्टार अभिनेता और एक शानदार कर्नाटक संगीत तमिल गायक थे। उन्होंने 1934 में फिल्म पावलक्कोडी में नायक के रूप में अपनी शुरुआत की और लगभग 15 तमिल फिल्मों में अभिनय किया। इनमें से 6 बेहद हिट रहीं। 1944 में रिलीज हुई उनकी सफल फिल्म हरिदास ने उस समय एक ही थिएटर (चेन्नई ब्रॉडवे थिएटर) में 3 साल तक 3 दिवाली देखने वाली एकमात्र भारतीय फिल्म होने का रिकॉर्ड कायम किया।
भागवतर और फिल्म उद्योग से उनके करीबी दोस्त एन. एस। कृष्णन को गिरफ्तार कर लिया गया और 4 साल जेल की सजा सुनाई गई। उनकी सजा के दौरान उनके मामले की दोबारा सुनवाई की गई और दोनों को दो साल की कैद के बाद 1948 में बरी कर दिया गया [1] । हालाँकि, जेल से रिहा होने के बाद उनकी फिल्मों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। इससे आहत भागवतर को इसके बाद फिल्मों में अभिनय करने की कोई इच्छा नहीं रही। 1 नवंबर, 1959 को लीवर की बीमारी के कारण कम उम्र में ही उनकी मृत्यु हो गई [1] । उनके प्रशंसकों और फिल्म उद्योग में एक राय है कि तमिल सिनेमा में उनके जैसा जीवन जीने वाला कोई नहीं है और तमिल सिनेमा में उनके जैसा कोई [1] हुआ है।
- ↑ अ आ इ பிபிசி தமிழ் அலையோசை திரையுலகில் கொடிகட்டிப் பறந்த தியாராஜ பாகவதர் திடீர் வீழ்ச்சி கண்டு இளவயதிலேயே மறைந்தார் என்ற முக்தா சீனிவாசன் அவர் புகழ் குறித்து கூறுகின்றார்-பாட்டொன்று கேட்டேன் தொடர் வானொலி கட்டுரை 5 ஆம் பாகம்-தயாரிப்பு ஜி.சம்பத்குமார்-திரை இசை விமர்சகர் வாமணன், ராண்டார் கை.