ढाका-इस्तांबुल फ्रेट कॉरिडोर
ढाका-इस्तांबुल फ्रेट कॉरिडोर एक अंतर्राष्ट्रीय रेल मार्ग परियोजना है। यह रेल मार्ग परियोजना बांग्लादेश,भारत,पाकिस्तान ,ईरान और तुर्की को जोड़ती है।[1]भारत का पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर इस कॉरिडोर का एक हिस्सा है।
परियोजना
यह प्रस्तावित परियोजना ६,००० किलोमीटर दूरी के अंतराल में फैली हुई है। इस एकीकृत माल भाड़ा रेलवे नेटवर्क से निम्न देश जुड़ेंगे।
परियोजना का कोड
इस परियोजना का कोड है :ITI-DKD-Y[1][2]
कॉरिडोर के मुख्य स्टेशन
लाभ
यह माना जाता है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र के व्यापार और आर्थिक विकास के लिए ढाका से एक ट्रान्स् कंटेनर माल ट्रेन बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान और तुर्की में इस्तांबुल तक पहुँचेगी। हालाँकि भूटान और अफगानिस्तान रेलवे मार्ग से जुड़े नहीं हैं। फिर भी भूटान को सड़क मार्ग से कोलकाता के लिए जोड़ा गया है और कंटेनर के द्वारा रेलवे स्टेशन क्वेटा से सड़क मार्ग से अफगानिस्तान में पहुँचाया जा सकता है। नेपाल का दक्षिणी शहर बीरगंज कोलकाता से भी इस गलियारे से जुड़ा हुआ है। इस प्रकार इस कॉरिडोर से अप्रत्यक्ष रूप से भूटान ,नेपाल और अफ़ग़ानिस्तान लाभान्वित होंगे।[1]