ठाकुरगंज
ठाकुरगंज Thakurganj | |
---|---|
ठाकुरगंज बिहार में स्थिति | |
निर्देशांक: 26°27′N 88°08′E / 26.45°N 88.13°Eनिर्देशांक: 26°27′N 88°08′E / 26.45°N 88.13°E | |
ज़िला | किशनगंज ज़िला |
प्रान्त | बिहार |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 18,348 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, मैथिली,सुरजापुरी |
ठाकुरगंज (Thakurganj) भारत के बिहार राज्य के किशनगंज ज़िले में स्थित एक नगर है। राष्ट्रीय राजमार्ग 327 यहाँ से गुज़रता है।[1][2] ठाकुरगंज का इतिहास से बहुत पुराना नाता है, पांडवकालीन पोखर, झीलें, तकिए इत्यादि यहां मौजूद है, राष्ट्रीय कवि रविंद्रनाथ टैगोर के वंशजों द्वारा स्थापित किए गए महादेव के मंदिर , जो श्री हरगौरी धाम के नाम से प्रसिद्ध है,जहां रोज सैकड़ों श्रद्धालू आम दिनों में और बड़े त्योहारों में हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं का यहां आना होता है। ठाकुरगंज बिहार में ऊंचे स्थानों में गिना जाता है, हिमालय के पर्वत यहां से महज 60 किलोमीटर दूर है जो बड़ी आसानी से ठाकुरगंज से दिख जाती है। ठाकुरगंज राष्ट्रीय रेलमार्ग से डायरेक्ट जुड़ा हुआ है, ठाकुरगंज से अररिया के लिए नई रेललाइन का काम हुआ है, जोकि 2024 के अंत तक शुरू हो जाएगा जिसके बाद ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिल जाएगा, ठाकुरगंज से नजदीकी एयरपोर्ट पश्चिम बंगाल का बागडोगरा यहां से महज 45 किलोमीटर दूर है, नेपाल से सटे ठाकुरगंज में अनारस,केला,चायपत्ती,धान के साथ साथ बिहार में पहला ड्रैगन फ्रूट की खेती भी को जाति है, ठाकुरगंज से पूरब में चेंगा नदी, उत्तर पश्चिम में मेची नदी, दक्षिण में महानंदा नदी जाति है, कूल 12 वार्डों का शहर ठाकुरगंज बहुत ही शांति प्रिय और सामाजिक जगह है।।।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Bihar Tourism: Retrospect and Prospect Archived 2017-01-18 at the वेबैक मशीन," Udai Prakash Sinha and Swargesh Kumar, Concept Publishing Company, 2012, ISBN 9788180697999
- ↑ "Revenue Administration in India: A Case Study of Bihar," G. P. Singh, Mittal Publications, 1993, ISBN 9788170993810