ट्रैकमैन ग्रेड 4 (गैंगमैन)
ट्रैकमैन जिसे गैंगमैन भी कहा जाता हैं, भारतीय रेलवे के समुह घ (ग्रुप डी) के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट का एक पद है जिसमें व्यक्ति को रेलवे ट्रैक के रखरखाव का काम करना पड़ता हैं । इसकी 4 ग्रेड होती हैं ट्रैक मैन ग्रेड 1 को मेट कहा जाता है जो गैंगमैन से कार्य करवाता है ट्रैक पर उनका ध्यान रखता है तथा उनकी हाजिरी लगाता है तथा तथा अपने बीट का मालिक होता है जिसे जमादार भी कहा जाता है । ट्रैक मैन ग्रेड 2 को कीमैंन कहा जाता है जो रोज अपने 8 किलोमीटर के बीट का फेरा लगाता है तथा जमादार की अनुपस्थिति पर वह भी जमादार होता है ।इसके अलावा ट्रैकमैंन ग्रेड थर्ड और फोर्थ को गैंगमैन कहा जाता है जिसका काम ट्रैक के बटे चढ़ाना, ट्रैक पर घास उखाड़ना ,ट्रैक की पेट्रोलिंग करना तथा ट्रैक में उपस्थित मौजूदा सामान जैसे लाइनर कुंडा स्लीपर आदि बदलना जैसे काम करने पड़ते हैं इसके अलावा इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के अंतर्गत आने वाले लेवल क्रॉसिंग फाटक पर ड्यूटी करना होता है । गैंगमैन का कार्य बहुत कठिन होता है तथा गैंगमैन सर्दी धूप बरसात सभी मौसम में अपनी ड्यूटी करता है।
गैंगमैन की प्रारंभिक सैलरी 18000(1800 GP) है जिसे बेसिक कहा जाता है इसके अलावा गैंगमैन को महंगाई भत्ता , परिवहन भत्ता, ट्रैक रखरखाव के लिए रिस्क तथा हार्डशिप एलाउंस, यात्रा भत्ता ,नाइट ड्यूटी एलाउंस आदि एलाउंस दिये जाते हैं। गैंगमैन को दशहरे पर 17950 ₹ की धनराशि बोनस के रूप में रेलवे की तरफ से प्रदान की जाती हैं और प्रतिवर्ष जुलाई माह में वर्दी भत्ता मिलता है इसके अलावा सेफ्टी जूते , रैन कॉट, सेफ्टी जैकिट और पानी की बोतल आदि सामान भी मिलता है।
गैंगमैन को प्रतिवर्ष 3 परसेंट का इंक्रीमेंट भी मिलता हैं । इसके अलावा कुछ गैंगमैंन pwi के ट्राली या ठेले को ठलने का भी कार्य करते है जिन्हे ठेलेवाला (पानीमार) भी कहा जाता हैं जो जब PWI अपने इलाके की इंस्पेशन करते हैं तो उसका ठेला ठेलते हैं ,बाकी दिन pwi के साथ रहता है ।