जेठरिया
जेठरिया भूमिहारों का एक समूह है जिसकी उत्पत्ति अहीर (यादवों) से मानी जाति है।वे ज्यादातर भारत के बिहार के सारण, मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले में पाए जाते हैं। जेठरिया समूह की उत्पत्ति रति राउत नामक (अहीर) राजा से हुई है, जो उत्तरी बिहार में रति परगना के प्रमुख थे। बिहार के कई राजा, जिनमें बेतिया के राजा भी शामिल थे, भूमिहारों के इसी उपसमूह के थे।[1][2] हालाँकि, उन्होंने ब्राह्मण गोत्र अपनाया और अन्य भूमिहारों की तरह ब्राह्मण स्थिति का दावा किया। इतिहासकार अजय मित्र शास्त्री और भगवान सिंह सूर्यवंशी के अनुसार, अहीरों को ब्राह्मण, क्षत्रिय वैश्य और शूद्र की चार वर्ण श्रेणियों में विभाजित किया गया था।[3]
संदर्भ
- ↑ Sinha, Sachidanand (2009-09-01). Jati Vyavstha. Rajkamal Prakashan. पृ॰ 102. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-267-1414-8.
- ↑ Sadasivan, S. N. (2000). A Social History of India (अंग्रेज़ी में). APH Publishing. पृ॰ 238. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7648-170-0.
- ↑ Shastri, Ajay Mitra (2004). Mahābhārata, the End of an Era (yugānta) (अंग्रेज़ी में). Indian Institute of Advanced Study and Aryan Books International, New Delhi. पृ॰ 179. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7305-274-3.