जीरा राइस
यह एक शृंखला है जो भारतीय खाना के बारे में है। |
भारतीय खाना |
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भारत प्रवेशद्वार |
जीरा राइस व जीरा भात एक भारतीय व्यञ्जन है जो चावल और जीरे को मिला कर बनाया जाता है। इसी कारण इसे यह नाम मिला है।
जीरे वाले चावल प्रत्येक दिन के भोजन के रूप में पूरे भारत में सर्वाधिक लोकप्रिय है। इसे बनाना कठिन नहीं है। यह सरलता से बनाया जाने वाला व्यंजन है। जीरे की सुगन्ध इस व्यञ्जन को बहुत बढ़िया बना देती है।
विधि
जीरा भात बनाने के लिए मुख्यतः चावल, साबुत जीरा और वनस्पति तेल की आवश्यकता होती है।
एक पैन में तेल घर्म करके साबुत जीरा तड़का लिया जाता है। फिर इसमें लम्बे दाने वाले बासमती चावल धो कर डाले जाते हैं। साथ ही इसमें नून (लवण) भी डाला जाता है। फिर इसे चावल से लगभग दुगुनी मात्रा में पानी में कम आंच पर उबलने दिया जाता है। [1]
भारत के अलग-अलग प्रान्तों में जीरा भात में वहाँ के स्थानीय सम्बार/मसाले, पाक-कला और क्षेत्रीयता भी शामिल होती गयी और इसकी विभिन्न प्रकार समय के साथ बनती चली गयी। उदाहरण के लिए कई लोग इसमें काजू भी डालते है तो कई इसे पकाते समय इसमें लम्बा और पतला कटा कान्दा। वहीँ भोजनालयों में इसमें लौंग और तेज पत्ता भी डालते है। पर सर्वाधिक प्रचलित रूप से तो इसे चावल, साबुत जीरा और वनस्पति तेल से ही बनाया जाता है।
जीरा भात एक मुख्य आहार के रूप में भी परोसा जाता है और इसे दूसरे अन्य व्यंजनों जैसे कि दाल, कढ़ी व फिर सादा दही के साथ भी खाया जाता है।
सजावट
जीरा राइस प्रायः हरी भरी धनिये की पत्तियों को महीन काट कर सजाया जाता है। [2]
आजकल कुछ भोजनालयों में इसे सुनहरे भूरे किये हुए कान्दे के लच्छों से भी सजा कर परोसा जाता है।
सन्दर्भ
- ↑ "जीरा राइस रेसिपी". jaipurthepinkcity.com. मूल से 15 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 सितंबर 2016.
- ↑ "Jeera Rice Hindi". khanakhazana.org. मूल से 14 अक्तूबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 सितंबर 2016.